PM Modi Tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल दो देशों के दौरे पर जाने वाले हैं. विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी आज 8 जुलाई से 10 जुलाई तक रूस और ऑस्ट्रिया का दौरा करेंगे. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉस्को बुलाया है. मंत्रालय का कहना है कि रूस में दोनों नेता दोनों देशों के हितों और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे. इसके अलावा, मंत्रालय ने बताया कि 41 साल बाद भारत के कोई प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया की यात्रा करेंगे.
जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी पहले रूस जाएंगे. यहां वे अपने खास दोस्त व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे फिर वियना के लिए रवाना होंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ वियना जाएंगे. विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की मानें तो भारत और ऑस्ट्रिया दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों की स्थापना का 60वां वर्षगांठ मना रहे हैं. पीएम मोदी की यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी.
पांच साल बाद फिर रूस जाएंगे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8-9 जुलाई को रूस की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे. इस दौरान वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा भारत की रणनीतिक गणना का अभिन्न अंग है. इस यात्रा से मास्को और पश्चिम के साथ संबंधों पर भारत की स्मार्ट डिप्लोमेसी भी देखने को मिलेगी. बता दें कि पीएम मोदी ने आखिरी बार 2019 में रूस का दौरा किया था, जब वह 20वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए व्लादिवोस्तोक गए थे.
23 साल बाद विदेश मंत्री जयशंकर गए थे ऑस्ट्रिया
2024 की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ऑस्ट्रिया के दौरे पर गए थे. 23 साल बाद किसी भारतीय विदेश मंत्री की यह पहली ऑस्ट्रिया यात्रा थी. पीएम मोदी एक दिवसीय यात्रा पर 10 जुलाई को वियना जाएंगे. इस दौरान टेक्नोलॉजी, एनर्जी, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबिलिटी सहित अन्य क्षेत्रों को लेकर चर्चा होगी साथ ही विभिन्न सेक्टरों में निवेश पर भी चर्चा होगी. ऑटो मोबाइल सेक्टर को मजबूत करने के तरीकों पर भी विर्मश होगा. बेंगलुरु में मौजूद भारत-ऑस्ट्रिया स्टार्टअप ब्रिज को कैसे और मजबूत किया जा सकता है, इस पर भी विचार विमर्श किया जाएगा. बता दें, ऑस्ट्रिया में फिलहाल 35 भारतीय टेक्नोलॉजी फर्म है. बता दें, यूरोपीय देश होने के बाद भी ऑस्ट्रिया नाटो का सदस्य नहीं है.
Source : News Nation Bureau