आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच अनौपचारिक मुलाकात जिसमें दोनों ने कई अहम मुद्दों पर बात की. इसके बाद दोनों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत भी हुई. चीनी राष्ट्रपति के दौरे की जानकारी देते हुए विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया आज यानी शनिवार को दोनों नेताओं के बीच 2 घंटों तक बातचीत हुई. इसके बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल की वार्ता भी हुई. इस वार्ता के बाद पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के सम्मान में लंच भी दिया. इस पूरे दौरे में शी चिनफिंग और पीएम मोदी ने कुछ 6 घंटे वार्ता की.
Foreign Secy Vijay Gokhale: The two leaders today had a conversation for almost 90 minutes,followed by delegation level talks and then lunch was hosted by PM Modi. A total of 6 hours of one to one meeting was held between the two leaders during this summit. #Modixijinping pic.twitter.com/PfV1swubZN
— ANI (@ANI) October 12, 2019
व्यापार, निवेश और सेवाओं पर चर्चा के लिए एक नए मैकेनिज्म की स्थापना की जाएगी. इसके लिए चीन से वाइस प्रीमियर, हू चुनहुआ और भारत से एफएम निर्मला सीतारमण इसमें शामिल होंगी
Foreign Secy Vijay Gokhale: A new mechanism will be established to discuss trade,investment and services,at an elevated level. From China it will be the Vice Premier, Hu Chunhua and from India it will be FM Nirmala Sitharaman pic.twitter.com/msz6pwgU2I
— ANI (@ANI) October 12, 2019
इस मुलाकात के दौरान लोगों के संबंधों पर फोकस किया गया और ये फैसला लिया गया कि दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध बढ़ाए जाए.
Foreign Secretary Vijay Gokhale: There was new focus on people to people relations. It was decided that public of both countries must be brought in the relationship.Ideas were exchanged on this. #Modixijinping pic.twitter.com/deFCeY5b4z
— ANI (@ANI) October 12, 2019
वहीं कश्मीर मुद्दे पर बात करते हुए विदेश सचिव ने बताया कि दोनों नेताओं ने वार्ता के दौरान न तो ये मुद्दा उठाया और न ही इस पर कोई बात हुई. वैसे भी इस मसले पर हमारा नजरिया साफ है कि कश्मीर भारत-पाकिस्तान का आतंरिक मामला है और इसमें किसी दूसरे देश की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
Foreign Secretary Vijay Gokhale: This(Kashmir) issue was not raised and not discussed. Our position is anyways very clear that this is an internal matter of India. #Modixijinping pic.twitter.com/6tULNNCLRA
— ANI (@ANI) October 12, 2019
दोनों देशों के बीच पर्यटन को महत्व देने पर भी चर्चा हुई. इसके अलावा इस वार्ता के दौरान दोनों दशों ने स्वतंत्र विदेश नीति के लागू होने पर जोर दिया. इसके अलावा प्रमुख वैश्विक मुद्दे, नियम आधारित ट्रेडिंग सिस्टम पर समझ को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई. विजय गोकले के मुताबिक दोनों देशों के बीच जलवायु परिवर्तन को लेकर भी बात हुई. उन्होंने बताया कि इस वार्ता के दौरान कुछ अफगानिस्तान को लेकर भी कुछ मुद्दो पर चर्चा हुई. इस मुलाकात के दौरान शी चिनफिंग ने पीएम मोदी चीन आने का न्योता दिया. इसी के साथ पीएम मोदी अगले साल चीन दौरे पर जा सकते हैं.
Foreign Secretary Vijay Gokhale: President Xi Jinping invited PM Modi to China for the next summit. PM Modi has accepted the invitation. Dates will be worked out later. pic.twitter.com/23VSFqNs8E
— ANI (@ANI) October 12, 2019
पीएम मोदी ने प्रतिनिधिमंडल की वार्ता के दौरान चेन्नई विजन को भारत-चीन संबंधों के लिए नए युग की शुरुआत बताया था. इस चेन्नई कनेक्ट के बार में बताया गया कि इसमें सामरिक संचार, आपसी विश्वास कायम करना,व्यापार घाटे और नए तंत्र की खोज आतंकवाद और कट्टरपंथ से निपटने के लिए महत्वपूर्ण कदम और लोगों के संबंधों पर फोकस करना शामिल है.
विजय गोखले ने बताया, वार्ता के दौरान राष्ट्रपति शी ने मानसरोवर यात्रा पर जा रहे यत्रियों के लिए अधिक सुविधा की बात कही और प्रधान मंत्री ने तमिलनाडु और चीन के फुजियान प्रांत के बीच संबंध स्थापित करने के लिए कई सुझाव दिए.
Vijay Gokhale, Foreign Secretary: President Xi spoke of greater facilitation for yatris going to the Mansarovar Yatra and Prime Minister suggested a number of ideas on the connection between state of Tamil Nadu and the Fujian province of China. pic.twitter.com/AlH9wMadxa
— ANI (@ANI) October 12, 2019
इसके अलावा दोनों देशों के नेताओं ने इस बात पर भी सहमति जताई कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ना इस वक्त काफी जरूरी है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो