पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान पर करारा प्रहार था। शनिवार को लखनऊ में हिंदुस्तान के शिखर समागम 2016 में सिंह ने कहा कि सेना की तरफ से ऐसी कार्रवाई होते रहती हैं। इससे युद्ध होने की कोई आशंका नहीं है।
सिंह से किसी देश के परमाणु युद्ध की धमकी का जवाब दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसी धमकियों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हम पहल कभी नहीं करते लेकिन उसके हमले के बाद हम चुप नहीं बैठेंगे।'
रक्षा मंत्री के बयान पर उन्होंने कहा कि हमें कहना चाहिए कि हम पहल नहीं करेंगे लेकिन अगर हमारी सुरक्षा पर बात आई तो हम अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे। कुछ दिनों पहले ही रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने परमाणु बम के पहले इस्तेमाल को लेकर बयान दिया था लेकिन बाद में उन्होंने इसे लेकर सफाई देते हुए कहा कि यह उनका निजी मत और देश की न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बाद में रक्षा मंत्रालय ने भी पर्रिकर के बयान से दूरी बना ली थी। सिंह ने कहा कि जब मैं सेनाध्यक्ष था तब मैंने भी देश के न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन में बदलाव का सुझाव दिया था।
पाकिस्तान को लेकर नरेन्द्र मोदी या मनमोहन सिंह में से किसका नजरिया साफ रहा है, को लेकर पुछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं दोनों की तुलना नहीं कर सकता। मैं दोनों को सलाम करता हूं।
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर उन्होंने कहा कि इससे पाकिस्तान को पता चला कि अब भारत बर्दाश्त नहीं करेगा। सेना एलओसी पर हाथ पर हाथ रख कर नहीं बैठती। वह मुंहतोड़ जवाब देती है। पूर्व सेनाध्यक्ष ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक एक हथियार है। जब दुश्मन हमें न देख रहा हो तब उस पर हमला करना। यह एक रणनीति होती है। प्रधानमंत्री की भूमिका को लेकर उन्होंने कहा कि एलओसी पर सेना का इस्तेमाल करने का हक सेना का है, लेकिन उसके आगे की कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री को निर्णय लेने होते हैं।
HIGHLIGHTS
- पूर्व आर्मी चीफ बिक्रम सिंह ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से युद्ध की आशंका नहीं
- सिंह ने कहा सुरक्षा की कीमत पर हम परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं
Source : News Nation Bureau