राजस्थान विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व मंत्री कैलाश मेघवाल ने जारी सियासी घटनाक्रम पर अपना बयान जारी किया. उन्होंने सियासी घटनाक्रम को दुर्भाग्यपू्र्ण बताया. उन्होंने कहा कि राजस्थान में आजादी के बाद कई सरकारें बदल गई हैं. विधानसभा के अंदर भी जमकर पक्ष विपक्ष के बीच में गरमा-गरम बहस हुई. आरोप-प्रत्यारोप भी लगे हैं. स्वर्गीय मोहनलाल सुखाड़िया, स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत से लगाकर अशोक गहलोत हो या वसुंधरा राजे हो इन सभी के समय बहस हुई है.
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लेकिन सत्ताधारी पार्टियों ने विपक्षी पार्टियों से मिलकर सरकार गिराने के जो षडयंत्र आज हो रहे हैं ऐसा कभी नहीं देखा. उन्होंने कहा कि बीजेपी ऐसे लोगों की कभी सहायता नहीं करती है. मेघवाल ने कहा कि भंवरलाल शर्मा जो कांग्रेस के विधायक हैं ये पहले भैरों सिंह शेखावत के साथ मंत्री रहे हैं.
उन्होंने जरूर स्वयं की भाजपा सरकार को गिराने के लिए पार्टी में रहकर और बाहर रहकर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की अनेकों बार कोशिश की थी जो जग जाहिर है. इनके वक्त में धनराशि भी बांटी गई थी.
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विधायकों ने खुद भैरों सिंह जी को पैसे सुपुर्द भी किए और उनको पूरी कहानी बताई. उस वक्त भी भंवर लाल शर्मा के कारनामों के काफी चर्चे मीडिया में आए थे. उन्होंने कहा कि राजस्थान की एक महान परंपरा रही है. इन नेताओं को कोई अधिकार नहीं है कि सरकार को गिराने का प्रयास करें. किसी भी दल को किसी सरकार को गिराने का प्रयास नहीं करना चाहिए.
Source : News Nation Bureau