पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालत से निपटने का एकमात्र तरीका पाकिस्तान के साथ बातचीत करना है।
नेशनल कांफ्रेंस के नेता ने मीडिया से कहा, 'जम्मू एवं कश्मीर में मौजूदा तूफान से निकलने का एकमात्र तरीका पाकिस्तान से वार्ता है।'
अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में हालात बहुत ही भयावह हैं और युवाओं में अत्यधिक नाराजगी है।
उन्होंने चेतावनी दी, 'यदि हालात ऐसे ही बने रहे तो कश्मीर के हर हिस्से से लोग आगे आकर अपने जीवन का बलिदान देंगे।'
उन्होंने कहा कि राज्य को संवैधानिक स्वायत्तता की गारंटी है, जिसे बहाल करने की जरूरत है, ताकि लोगों को एहसास हो कि उनका सम्मान बहाल हो गया है।
उन्होंने कहा,'चालें चलने से मदद नहीं मिलेगी।'
और पढ़ें: हल्की बढ़त के साथ खुला शेयर बाजार, निफ्टी 10250 के पार, सेंसेक्स में 40 अंकों की बढ़त
Source : IANS