देश के पूर्व रक्षा और रेल मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस का मंगलवार को निधन हो गया. वह 88 साल के थे. मंगलवार सुबह छह बजे उनका निधन हो गया. उन्होंने दिल्ली के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली. फर्नांडीस का बेटा विदेश में रहता है, उनके वापस आने के बाद उनका संस्कार किया जाएगा. फर्नांडीस का जन्म 3 जून 1930 को मैंगलोर में हुआ था. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. वह अल्जाइमर रोग से पीड़ित थे. वे अटल सरकार मं अक्टूबर 2001 से मई 2004 तक वह रक्षामंत्री रहे थे. वह लंबे समय तक एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के संयोजक भी रहे थे. उन्हें वाजपेयी सरकार का संकटमोचक कहा जाता था. वह 9 साल से बिस्तर पर पड़े थे. उनके निधन पर कई राजनेताओं ने शोक जताया है.
फर्नांडीस अपने समय में कद्दावर नेता माने जाते थे. उन्होंने मजदूर संगठनों का नेतृत्व किया था. वे 14वीं लोकसभा में बिहार के मुजफ्फरपुर से जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर सांसद चुने गए. फर्नांडीस 1998 से 2004 तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार में रक्षा मंत्री रहे थे. 2004 में वे नालंदा सीट से सांसद चुने गए. जॉर्ज फर्नांडीस ने 1967 से 2004 तक 9 बार लोकसभा सदस्य चुने गए.
2009 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया. जॉर्ज नहीं माने और उन्होंने मुज्जफरपुर से निर्दलीय पर्चा दाखिल किया. उन्हें हार का सामना करना पड़ा. जॉर्ज फर्नांडीस के रक्षा मंत्री रहते हुए भारत-पाकिस्तान के बीच करगिल युद्ध हुआ जिसमें भारत की जीत हुई. पोखरण परमाणु परीक्षण के समय भी फर्नांडीस ही रक्षा मंत्री थे.