पूर्व एयर फोर्स चीफ एस पी त्यागी ने गुड़गांव में करोड़ों रुपये की संपत्ति खरीदी है, लेकिन उन्होंने इसका ब्यौरा केंद्र सरकार को नहीं दिया है। इस बात का खुलासा गुरुवार को एसबीआई के शीर्ष अधिकारी ने किया।
जानकारी के मुताबिक, नियम के अनुसार हर सरकारी कर्मचारी को अपनी प्रॉपर्टी के बारे में सरकार को जानकारी देनी होती है। एस पी त्यागी ने वायुसेना प्रमुख के पद पर रहते हुए गुड़गांव में करोड़ों की संपत्ति खरीदी और उसका ब्योरा सरकार को नहीं दिया।
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बता दें कि एयर फोर्स कानून के तहत संपत्ति के बारे में जानकारी नहीं देना जुर्म है। ऐसे में इस मामले में एस पी त्यागी को जेल की सज़ा भी हो सकती है। सीबीआई की जांच पर कोर्ट ने कोई टिप्पणी नहीं की है। हाई कोर्ट में सीबीआई ने त्यागी की बेल के खिलाफ अर्जी लगा दी है।
सीबीआई की मानें तो अगस्टा वेस्टलैंड डील फाइनल होने के दौरान एस पी त्यागी कई बिचौलियों से भी मिले थे। सीबीआई के मुताबिक, अगर वो जानते थे कि जिनसे मुलाकात हो रही है वो बिचौलिये हैं तो केंद्र सरकार को इस बारे में कुछ क्यों नहीं बताया? इस मामले को लेकर त्यागी के साथ कई बार बात करने की कोशिश भी की गई, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।
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वहीं, दूसरी तरफ एस पी त्यागी के वकील कह चुके हैं कि वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीदने का फैसला कलेक्टिव था। इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय भी शामिल था। सीबीआई अपनी तरफ से सफाई दे रही है कि त्यागी और अन्य आरोपियों की अगल बेल हो गई है तो भी केस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अगर आरोपी किसी गवाह को गुमराह नहीं करते और सबूत से छेड़छाड़ नहीं करते तो बेल दिए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है।
गौरतलब है कि 3600 करोड़ के हेलिकॉप्टर घोटाले में एस पी त्यागी पर इटली की कंपनी से घूस लेने का आरोप है।
Source : News Nation Bureau