जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार 2019 लोक सभा चुनाव में बिहार के बेगूसराय से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले हैं। कन्हैया कुमार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) जैसे दलों के बीच बनने वाले महागठबंधन का सहयोग मिलने की संभावना है। कन्हैया कुमार ने कहा, 'अगर पार्टी (सीपीआई) बेगूसराय से उम्मीदवार के तौर पर मेरे नाम की घोषणा करती है और महागठबंधन अपना सहयोग देती है तो इसके लिए मुझे कोई आपत्ति नहीं है।'
हालांकि कन्हैया कुमार ने कहा कि इसके बारे में पार्टी के अंदर कोई बातचीत नहीं हुई है या सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर कोई बात नहीं हुई है। कन्हैया बेगूसराय जिला के बरौनी प्रखंड अंतर्गत बीहट पंचायत के निवासी हैं, उनकी मां एक आंगनवाड़ी सेविका है। वहीं उनके पिता की मौत बीमारी के कारण नवंबर 2016 में हो गई थी।
जब कन्हैया से पूछा गया कि अगर सीपीआई 2019 लोक सभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला करती है तो क्या वह चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा, 'गठबंधन निश्चित है और पार्टी चुनाव में अकेली नहीं उतर रही है। सीपीआई पार्टी कांग्रेस ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें महागठबंधन बनाने में सहयोग बनाने में भूमिका निभाएगी और सीपीआई निश्चित रूप से उसका हिस्सा होगी।'
सीपीआई के सूत्रों ने बताया कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी इस पर अपनी सहमति दी है। सीपीआई के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने बताया कि 'उनकी पार्टी सहित सभी वामपंथी दल चाहते हैं कि कन्हैया कुमार बेगूसराय से 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ें, आरजेडी और कांग्रेस जैसे अन्य दल भी चाहते हैं कि वह चुनाव लड़ें।'
लालू प्रसाद के भी इस संबंध में अपनी सहमति दिए जाने की चर्चा के बारे में सत्यनारायण ने बताया कि पूर्व में उनसे हुई वार्ता के दौरान वह एक सीट कन्हैया कुमार के लिए छोड़ देने को लेकर राजी थे।
उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी ने अगले आम चुनाव में बिहार में छह लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है लेकिन इस बारे में अंतिम निर्णय एक जैसी सोच वाले दलों के साथ बातचीत के बाद लिया जाएगा।
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जिन छह सीटों पर सीपीआई अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है, उनमें बेगूसराय, मधुबनी, मोतिहारी, खगड़िया, गया और बांका शामिल हैं। सत्यनारायण ने कहा कि बेगूसराय से लड़ने के लिए कन्हैया कुमार राजी हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि कन्हैया बेगूसराय से सीपीआई के उम्मीदवार होंगे पर महागठबंधन के घटक दलों आरजेडी, कांग्रेस, हम सेक्युलर और एनसीपी तथा अन्य वामदल का उन्हें समर्थन प्राप्त होगा।
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वामपंथियों का गढ़ माने जाने वाले बेगूसराय से वर्तमान में सांसद बीजेपी के वरिष्ठ नेता भोला सिंह हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन दूसरे तथा सीपीआई उम्मीदवार राजेंद्र प्रसाद सिंह, जेडीयू के समर्थन से तीसरे स्थान पर रहे थे।
आरजेडी के एक सूत्र ने बताया कि सहयोगी दलों और वामदलों के बीच बड़े स्तर पर आम सहमति है कि 2019 लोक सभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए एक संयुक्त उम्मीदवार होने चाहिए, लेकिन सीटों के बंटवारे पर अभी बातचीत शुरू नहीं हुई है।
Source : News Nation Bureau