पूर्व प्रधानमंत्री और बड़े अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि 7-7.5 फीसदी की जीडीपी विकास दर को बनाए रखने के लिए सरकार को विदेशी निवेश, इन्फ्रास्ट्रक्चर और विदेश से होने वाले व्यापार को लगातार बढ़ाना होगा।
चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के पीएचडी सत्र में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा आर्थिक नीतियों को ऐसे तैयार किया जाना चाहिए जिससे सिर्फ पुनर्वितरण से सार्वजनिक क्षेत्र में भरणपोषण पर निर्भर ना रहना पड़े। बकौल सिंह इससे विकास की प्रक्रिया में आगे बढ़ने में समस्या आती है।
पूर्व पीएम ने कहा विकास दर को सतत बनाए रखने के लिए समावेशी विकास के लक्ष्य को लेकर चलना जरूरी है और इसके लिए जरूरी है कि सरकार वित्तीय स्थिरता, रोजगार सृजन और आर्थिक विकास पर सरकार लगातार काम करती रहे।
इतना ही नहीं मनमोहन सिंह ने कहा की भारत की अर्थव्यवस्था विश्व के बड़े अर्थ व्यवस्थाओं में से एक है जिसकों यूपीए सरकार ने आगे बढ़ाने का काम किया लेकिन मोदी सरकार अब इसका श्रेय ले रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सत्र के आखिरी में कहा कि देश में गरीबी को खत्म करने के लिए आर्थिक विकास और माइक्रो अर्थव्यवस्था को बनाए रखना जरूरी है।
Source : News Nation Bureau