विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया असम सरकार द्वारा राजधानी और उसके आसपास मीडिया को संबोधित करने और सार्वजनिक जनसभा को संबोधित करने पर लगाए गए दो महीने के प्रतिबंध के बावजूद बुधवार को यहां पहुंच गए।
तोगड़िया विमान से यहां हवाईअड्डे पहुंचे और वहां से सीधे शहर में नीलाचल पहाड़ियों के शिखर पर स्थित कामाख्या मंदिर चले गए। उनके निर्धारित कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले के विरोध में वह माथे पर एक काली पट्टी बांधे हुए हवाईअड्डे से बाहर निकले।
अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) के सैकड़ों समर्थकों ने हालांकि तोगड़िया का स्वागत गर्मजोशी से किया और हवाईअड्डे के बाहर उनके सम्मान में नारे लगाए। साथ ही उन्होंने बीजेपी नीत असम सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
तोगड़िया हालांकि मीडिया से बचते हुए दिखाई दिए। एएचपी समर्थकों ने कहा कि तोगड़िया ने काली पट्टी बांधकर उन्हें चुप कराने के सरकार के कदम का विरोध करने का निर्णय लिया है।
तोगड़िया बुधवार को गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त हिरेन नाथ से मिलकर यह जानने की कोशिश करेंगे कि क्यों उन्हें जनसभाओं को संबोधित करने और कोई बयान देने से प्रतिबंधित किया गया है।
असम में एएचपी नेता ने कहा, 'सरकार का यह कदम हमें चुप कराने के लिए है। हालांकि हम चुप नहीं बैठेंगे और भाजपा सरकार को इसका जवाब 2019 के आम चुनाव में देना होगा।'
उन्होंने कहा कि असम सरकार ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में 100 वाहनों को रोक दिया। इन वाहनों में सवार एएचपी के हजारों समर्थक गुवाहाटी पहुंचकर तोगड़िया से मिलने वाले थे।
Source : IANS