पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) कवर को हटाए जाने के कुछ दिनों बाद, सोमवार से उन्हें डाउनग्रेडेड जेड प्लस वर्ग के तहत सीआरपीएफ कमांडो का सुरक्षा कवर मुहैया कराया जाएगा. सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर के पास उनके मोतीलाल नेहरू रोड स्थित आवास और देशभर में कहीं भी जाने के दौरान उनके साथ हमेशा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 35 जवान सुरक्षा घेरे में रहेंगे. कुल मिलाकर, उनकी सुरक्षा के लिए उनके साथ 50 सशस्त्र कमांडो रहेंगे और उन्हें अलग-अलग शिफ्ट में तैनात किया जाएगा.
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जेड प्लस कवर के तहत एक एंटी-सेबोटाज टीम भी होती है, जिसमें एक श्वान दस्ते भी शामिल होते हैं. इस व्यवस्था से अवगत एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि जहां जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति रहता है, उसके आस-पास यह टीम कम से कम तीन राउंड लगाती है. सिंह और उनकी पत्नी दिल्ली से बाहर जहां भी रहेंगे, वहां तीन स्तरों पर सीआरपीएफ कमांडो उनकी रक्षा करेंगे.
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जेड प्लस नियम के मुताबिक, सीआरपीएफ सिंह के दौरे से पहले, संबंधित राज्य पुलिस, खुफिया टीम, समारोह आयोजनकर्ताओं, लोक कल्याण विभाग से संपर्क करेगी. सिंह 2004 से 2014 तक दस वर्षो के लिए देश के प्रधानमंत्री थे. अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, "जरूरत पड़ने पर सीआरपीएफ देश में मौजूद 23 जेड प्लस इकाइयों से मदद लेती है."
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सभी एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर गृह मंत्रालय ने अगस्त में मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा हटाने और उन्हें जेड प्लस सुरक्षा कवर मुहैया कराने का निर्णय लिया था. सरकार के सूत्रों ने कहा कि यह देखा गया कि पूर्व प्रधानमंत्री सुरक्षा स्तर को लेकर चिंतित नहीं हैं. मंत्रालय ने यह निर्णय सुरक्षा कवर की समीक्षा के बाद लिया था, जो खतरे की संभावना के मद्देनजर आवधिक और पेशेवर अभ्यास है और यह पूरी तरह से सुरक्षा एजेंसियों के पेशेवर मूल्यांकन पर आधारित है.