पूर्व रॉ प्रमुख राजिंदर खन्ना को भारत का उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाकार नियुक्त किया गया है। ये पहली बार होगा कि एनएसए और डिप्टी एनएसए दोनों इंटेलीजेंस विभाग में काम कर चुके हों।
ये पद पूर्व डिप्टी एनएसए अरविंद गुप्ता (पूर्व आईएफएस अधिकारी) का कार्यकाल खत्म होने का बाद से ही खाली था। उन्होंने अगस्त 2014 में नियुक्त किया गया था।
खन्ना 1978 बैच के रिसर्च एण्ड एनालिसिस विंग सर्विस के अधिकारी हैं। उन्होंने आतंक के खिलाफ कई ऑपरेशंस में हिस्सा लिया है और पाकिस्तान और इस्लामी आतंकवाद के विशेषज्ञ भी माने जाते हैं।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑफ अप्वाइंटमेंट की बैठक में इनके नाम को इस पद के लिये मंज़ूरी दी गई। उनके कार्यकाल की अवधि की जानकारी नियुक्ति के नोटिफिकेशन में नहीं दी गई है। सिर्फ कहा गया है कि खन्ना को डिप्टी एनएसए के पद पर रि एंप्लॉयमेंट और कॉन्ट्रैक्चुअल आधार पर नियुक्ति की जा रही है।
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खन्ना इस समय नेशनल सेक्योरिटी काउंसिल में एएसडी (नोबरहुड सस्टडीज़) के तौर पर नियुक्त हैं। इसमें पड़ोसी देशों जैसे श्री लंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश औऱ नेपाल से संबंधित नीतियों को लेकर कागज़ात तैयार किये जाते हैं।
नेशनल सेक्योरिटी काउंसिल के प्रमुख प्रधानमंत्री मोदी हैं औऱ भारत के एनएसए अजित डोवाल इसके सचिव हैं। जो बाहरी और आंतरिक सुरक्षा से संबंधित नीतियों को बनाती है।
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Source : News Nation Bureau