कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई ने सोमवार को आरोप लगाया कि एक दशक पहले रोहतांग सुरंग के लिए उसकी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा रखी गयी आधारशिला पट्टिका को तीन अक्टूबर के उस कार्यक्रम से पहले हटा दिया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उसका उद्घाटन करना था. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भेजे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर (रिपीट) कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि गांधी ने 28 जून, 2010 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और केंद्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह की उपस्थिति में सुरंग के लिए आधारशिला रखी गई थी.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जून, 2000 में लाहौल-स्पीति के किलोंग में एक जनसभा के दौरान इस परियोजना की घोषणा की थी. उन्हें के नाम पर इस सुरंग का नाम रखा गया है. उन्होंने 2002 में इस सुरंग के वास्ते एक संपर्क मार्ग (अप्रोच रोड) की आधारशिला रखी थी. कांग्रेस नेता ने कहा कि यदि आधारशिला पट्टिका एक पखवाड़े के अंदर नहीं लगाई गई तो पार्टी पूरे राज्य में प्रदर्शन करेगी.
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने दो पन्नों के पत्र में कहा कि भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में अब तक ऐसा अलोकतांत्रिक, अपारंपरिक और अवैध कदम नहीं नजर आया कि तत्कालीन सरकार द्वारा मंजूर किसी भी परियोजना के लिए वैध रूप से रखी गई आधारशिला (पट्टिका) को उसके पूरा हो जाने के बाद खास विचारधारा के राजनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हटा दिया गया.
मनाली प्रखंड कांग्रेस के अध्यक्ष हरिचंद शर्मा ने इस संबंध में कुल्लू पुलिस से शिकायत की है. इसी तरह लाहौल स्पीति के कांग्रेस प्रमुख गियालछन ठाकुर ने भी शिकायत दर्ज कराई है. इसी बीच कांग्रेस के पत्र पर प्रदेश भाजपा प्रमुख सुरेश कश्यप ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में आयी थी तब उसने प्रेमकुमार धूमल सरकार द्वारा रखी गयी आधारशिला की पट्टिकाएं हटा दी थीं.
Source : Bhasha