फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शुक्रवार रात को अपने चार दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मैक्रों का एयरपोर्ट जाकर स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ने प्रोटोकॉल तोड़कर फ्रांसीसी राष्ट्रपति के स्वागत में आगे आए और गले लगाकर उनका स्वागत किया।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों का यह पहला भारत दौरा है। वे अपनी पत्नी ब्रिगिट मैरी क्लौड मैक्रों और मंत्रालय के अधिकारियों और उद्योगपतियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत दौरे पर आए हैं।
मैक्रों के स्वागत के बाद प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'भारत में आपका स्वागत है इमैनुएल मैक्रों। आपका दौरा भारत और फ्रांस के कूटनीतिक साझेदारी में मजबूती लाएगा। मैं कल के बातचीत के लिए तैयार हूं।'
इसके अलावा मोदी ने लिखा, '11 मार्च को होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सोलर अलायंस (आईएसए) के स्थापना कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ सहअध्यक्षता के लिए इंतजार में हूं। आईएसए एक अद्वितीय प्रयास है जो सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए लिए विश्व को साथ लाएगा और एक साफ-सुथरी और हरी भरी भविष्य का निर्माण करेगी।'
मैक्रों 9 से 12 मार्च तक भारत के दौरे पर रहेंगे, इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा सहित कई अहम मुद्दों पर बातचीत होने वाली है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'राष्ट्रपति मैक्रों के इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों पर द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करना लक्ष्य रहेगा।'
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने और गहरी राजनीतिक दोस्ती बढ़ाने के लिए कूटनीतिक संबंध 1998 में स्थापित हुआ था।'
मैक्रों के इस दौरे पर परमाणु और सौर ऊर्जा, अंतरिक्ष और रक्षा-सुरक्षा समझौतों को बढ़ाने पर जोर रहने की संभावना है। साथ ही दोनों देश आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास और स्मार्ट शहरीकरण, विज्ञान और तकनीक में सहयोग के लिए आगे आ सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और इमैनुएल मैक्रों 11 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय सोलर अलायंस (आईएसए) के स्थापना कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे। आईएसए 121 देशों का एक गठबंधन है जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने जनवरी 2016 में शुरू किया था।
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इस गठबंधन का प्रमुख उद्देश्य जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता को खत्म कर सौर ऊर्जा के इस्तेमाल पर पूरी तरीके से जोर देना है। यह पेरिस जलवायु समझौते की तर्ज पर भारतीय प्रधानमंत्री की एक पहल है।
12 मार्च को फ्रांसीसी राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी के साथ वाराणसी के दौरे पर जाएंगे। साथ ही उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एक सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन करेंगे।
बता दें कि भारत और फ्रांस के बीच अप्रैल 2016 से लेकर मार्च 2017 तक द्विपक्षीय व्यापार 10.95 बिलियन डॉलर का रहा। फ्रांस भारत में अप्रैल 2000 से लेकर अक्टूबर 2017 के दौरान नौवां सबसे बड़ा विदेशी निवेशक रहा है।
इसके अलावा करीब 1000 फ्रांसीसी कंपनियां भारत में संचालित होती हैं। भारत की करीब 120 कंपनियों ने फ्रांस में 1 बिलियन यूरो से ज्यादा का निवेश किया है और लगभग 7,000 लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रही है।
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HIGHLIGHTS
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मैक्रों का एयरपोर्ट जाकर स्वागत किया
- दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा सहित कई अहम मुद्दों पर होगी बातचीत
- 12 मार्च को फ्रांसीसी राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी के साथ वाराणसी के दौरे पर जाएंगे
Source : News Nation Bureau