अश्विनी कुमार की आड़ में जी-23 का फिर कांग्रेस आलाकमान पर निशाना

पंजाब के हालिया घटनाक्रम पर गुलाम नबी आजाद, राज्यसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर आनंद शर्मा, लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि इस समय कांग्रेस पार्टी को आत्ममंथन करने की जरूरत है.

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Nihar Saxena
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Ashwini Kumar

पंजाब में मतदान से पांच दिन पहले अश्विनी कुमार ने छोड़ी पार्टी.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान के लगभग ऐन पहले कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार के इस्तीफे ने असंतुष्ट समूह जी-23 को फिर नेतृत्व पर निशाना साधने का एक मौका दे दिया है. कांग्रेस के भूतपूर्व पीएम मनमोहन सिंह और अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नजदीकी रहे अश्विनी कुमार के पार्टी छोड़ने को जी-23 के कई असंतुष्ट नेताओं ने दुखद करार दिया है. यह अलग बात है कि कांग्रेस आलाकमान की ओर से इस नए घटनाक्रम पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. गौरतलब है कि कांग्रेस के पर्याय बन चुके गांधी परिवार के कभी बेहद विश्वासपात्र रहे नेताओं का पार्टी छोड़कर जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 

आजाद, आनंद और मनीष तिवारी ने कहा आत्ममंथन करें  
पंजाब के हालिया घटनाक्रम पर गुलाम नबी आजाद, राज्यसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर आनंद शर्मा, लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि इस समय कांग्रेस पार्टी को आत्ममंथन करने की जरूरत है. गौरतलब है कि ये तीनों ही नेता जी 23 में शामिल हैं, जिन्होंने अगस्त 2020 को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पार्टी में बदलाव करने के लिए पत्र लिखा था. यह अलग बात है कि उसके बाद से ही जी-23 समूह के नेता हाशिये पर हैं. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे गुलाम नबी आजाद कांग्रेस वर्किंग कमिटी के सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़कर लोगों के जाने की वजह तलाशनी जरूरी है. ये नहीं कहना चाहिए कि किसी पार्टी या फिर किसी अकेले शख्स की वजह से लोग पार्टी छोड़ रहे हैं. पार्टी में जरूर कुछ कमी होगी जिससे बड़े नेताओं को परेशानी हो रही है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने ट्वीट कर कहा, 'अश्विनी कुमार के कांग्रेस छोड़ने की खबर दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है. वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार से हैं और मेरे पुराने दोस्त हैं.' 

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कांग्रेस छोड़ने वालों का नहीं थम रहा सिलसिला
गौरतलब है कि वरिष्ठ वकील अश्विनी कुमार मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार में कानून मंत्री थे. वह 2002 से 2016 तक तीन बार राज्यसभा के सदस्य रहे. वह अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल भी रह चुके हैं. कुमार ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को होने वाले मतदान से कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया है. इससे पहले गत 25 जनवरी को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था. ऐसे में अश्विनी कुमार का नाम अब कांग्रेस छोड़ने वाले उन प्रमुख युवा नेताओं की फेहरिस्त में जुड़ गया है, जिन्होंने कांग्रेस छोड़ बीजेपी या टीएमसी का दामन थामा है. 

HIGHLIGHTS

  • जी-23 समूह के नेताओं ने अश्विनी का जाना दुखद बताया
  • पार्टी आलाकमान को इसके पीछे की वजह समझनी चाहिए
  • कांग्रेस आलाकमान ने अभी तक नहीं दी है कोई प्रतिक्रिया
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