देश की राष्ट्रीय राजधानी में जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर खास तैयारियां की गईं. यहां पर कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों का भव्य स्वागत किया गया. इस बैठक को लेकर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं. G20 की बैठक में दो सत्र रखे गए थे. इसकी थीम थी 'One Earth, One Family One Future' . पीएम ने इस मौके पर कहा कि उनकी टीम के हार्ड वर्क से और आप सभी के समर्थन से नई दिल्ली जी20 लीडर्स घोषणा पत्र पर आम सहमति बन पाई है. पीएम मोदी ने कहा कि G20 लीडर्स समिट के डिक्लेरेशन पर समर्थन मिल गया है. उनका प्रस्ताव है कि लीडर्स डिक्लेरेशन को भी अपनाया जाए. वे इस डिक्लेरेशन को अपनाने का ऐलान करते हैं. वहीं, इस G-20 की बैठक से भारत को क्या हासिल हुआ है, ये जानना भी जरूर है.
आइए जानते हैं कि दिल्ली घोषणापत्र में कैसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है. किस तरह से ये घोषणापत्र भारत को विश्व गुरु बनाने वाला दस्तावेज हो गया है. आइए जानते हैं क्या हैं 8 बड़ी बातें.
चीन के BRI को दी टक्कर
एक ओर अफ्रीकी संघ को G20 में शामिल करा भारत ने चीन तगड़ा को झटका दिया. वहीं दूसरी ओर भारत और अमेरिका ने चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव यानी BRI को मात देने का बड़ा प्लान तैयार किया. इस योजना से चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बेचौनी बढ़ सकती है. इसके जवाब में ‘इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर’ बनाने पर बड़ा फैसला लिया गया.
आठ देश मिल तैयार करेंगे
कॉरिडोर 8 देश मिलकर तैयार करेंगे. इसमें भारत, अमेरिका, फ्रांस, इटली, जर्मनी, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यूरोपीय देश होगा. पीएम मोदी ने इसे ऐतिहासिक समझौता करा दिया है. उन्होंने कहा कि ये मजबूत कनेक्टिविटी विकास का मूल आधार है.
चीन की नीतियों पर लगाम
G-20 के मंच से अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इस समझौते पर खुशी का इजहार किया है. उन्होंने कहा कि ये समझौता ऐतिहासिक है. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का कहना है कि वे इस निवेश को लेकर तैयार हैं. ‘इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर’ में रेल, पोर्ट, ट्रांसपोर्ट, डेटा और हाइड्रोकार्बन एनर्जी को जोड़ने की अहम योजना है.
व्यापार होगा आसान
योजना को अगर अमलीजामा पहनाया गया तो इन देशों के बीच व्यापार आसान हो जाएगा. भारत अरबों डॉलर की योजना के तहत रेलवे से जुड़ी विशेषज्ञता का उपयोग अरब देशों में रेलवे लाइन बनाने में कर सकता है. इससे भारत की कंपनियों ने जमकर अपनी कमाई कर सकती है.
अरब देशों में चीन का प्रभाव होगा
सबसे बड़ी बात इसके जरिए अरब देशों में चीन का असर कम होने वाला है. खाड़ी देशों में भारत की भागीदारी से तैयार होने वाला रेल नेटवर्क चीन के BRI प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचाने वाला है.
अफ्रीकन यूनियन G-20 का स्थायी सदस्य
अफ्रीकन यूनियन के अध्यक्ष को G20 का स्थायी सदस्य बना दिया गया है. इसके पीएम मोदी ने आमंत्रित किया. भारत ने अफ्रीकन यूनियन को G20 से जोड़ने का प्रस्ताव रखा. इस चीन और रूस का समर्थन प्राप्त हुआ.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिया 170 मेहमानों को डिनर
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर दिए रात्रि भोज में एक टेबल पर 170 मेहमान साथ बैठे. इसमें विश्वभर के तमाम अतिथि शामिल हुए. यहां पर मेहमानों के लिए खास व्यंजन तैयार किए गए. हर बारीक बात का ख्याल रखा गया.
डिनर डिप्लोमेसी
आपको बता दें कि डिनर डिप्लोमेसी से दो देशों के राष्ट्राध्यक्ष एक-दूसरे बेहरत तरीके से समझ पाते हैं. एक-दूसरे की समस्याओं और चुनौतियों को समझते हैं. डिनर डिप्लोमेसी संबंधों को बेहतर बनाने का मौका होता है. कुछ ऐसा ही रात्रिभोज में भी देखने को मिला.
Source : News Nation Bureau