G20 Summit 2023: जी20 शिखर सम्मेलन के समापन भाषण में भारत ने एक बड़े मुद्दे पर दुनिया का ध्यान आकर्षित किया गया है. बैठक के दौरान पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता की मांग को दोहराया. उन्होंने जोर देकर कहा,'अब समय आ गया है कि UNSC के स्थाई सदस्यों की सख्या बढ़े.' PM मोदी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बदलाव आज के वक्त की मांग है. अगर समय के साथ बदलाव नहीं किया गया तो इसकी प्रासंगिकता पर सवाल उठेंगे.
पीएम मोदी ने कहा, 'यूएन की जब स्थापना हुई थी, तब का विश्व आज से बिल्कुल जुदा है. उस समय यूएन में 51 फाउंडिंग सदस्य मौजूद थे. आज इसमें देशों की संख्या 200 के करीब पहुंच चुकी है. मगर UNSC में स्थाई सदस्य आज भी उतने ही कायम हैं.'
G-20 in India | PM Narendra Modi met President of Turkey, Recep Tayyip Erdogan on the sidelines of the G-20 Summit in Delhi. pic.twitter.com/3SjchUYh0o
— ANI (@ANI) September 10, 2023
पीएम मोदी ने कहा- 'प्रकृति का यह नियम है कि जो संस्था समय के साथ खुद में बदलाव नहीं लाती है, वो अपनी प्रासंगिकता को खो देती है. हमें इसके बारे में विचार करना होगा होगा.' UNSC में भारत की स्थाई सदस्यता पर तुर्किये के राष्ट्रपति रजन तैयब एर्दोगान ने कहा, हमें गर्व होगा कि भारत यूएनएससी का स्थायी सदस्य बने. लेकिन हमें यह समझना होगा कि दुनिया पांच देशों से काफी बड़ी है.
जब हम कहते कि दुनिया पांच देशों से बड़ी है तो इसका मतलब है कि अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन. उन्होंने कहा कि इस मामले में रोटेशनल प्रणाली होनी चाहिए. संयुक्त राष्ट्र में 195 देश हैं और सभी को स्थाई सदस्यता मिलनी चाहिए. इसके लिए एक रोटेशनल प्रणाली होने की आवश्यकता है. अगर ऐसा होगा तो 195 देश इसके स्थाई सदस्य होंगे और यही हमारा सुझाव है.
भारत है दुनिया की 5वीं महाशक्ति
कोमोरोस के राष्ट्रपति और अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष अज़ाली असौमानी का कहना है कि भारत दुनिया की 5वीं महाशक्ति है. अफ्रीका में भारत के लिए पर्याप्त संभावनाएं हैं. हम यह मानते हैं कि भारत इतना शक्तिशाली है कि इसने अंतरिक्ष में झंडे गाढ़े हैं. भारत आबादी के मामले में महाशक्ति बन चुका है. ये अब चीन से आगे निकल चुका है.