अर्जेटीना में इन दिनों जी20 शिखर सम्मेलन चल रहा है. जहां अलग- अलग देश के कई नेताओं का जमावड़ा भी लगा हुआ है. अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरिसियो मैक्री ने 13वें जी20 सम्मेलन में सदस्य देशों के प्रमुखों और सरकार के प्रतिनिधियों का स्वागत किया. मैक्री ने कहा, 'यह सम्मेलन हमारे देश के लिए एक अभूतपूर्व कार्यक्रम है. यह हमारे देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि कई वैश्विक नेता एक ही समय पर मौजूद हैं.'
अर्जेटीना में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां रहने वाले भारतीयों से दोनों देशों के बीच के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और एक पुल की भूमिका निभाकर इसे एक नए स्तर पर ले जाने के लिए मदद का आग्रह किया. मोदी ने यह टिप्पणी गुरुवार शाम 'योग फॉर पीस' समारोह के दौरान की.
वहीं शुक्रवार को पीएम मोदी ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि विकासशील देशों की प्राथमिकता को भी जी-20 के एजेंडा में शामिल किया जाए. यहां चल रहे जी-20 देश के सम्मेलन से इतर ब्रिक्स नेताओं की एक अनौपचारिक बैठक में मोदी ने कहा, 'जी-20 सम्मेलन में हमारे आपसी सहयोग का आधार मजबूत होना है. इस समूह की अगुवाई विकासशील देश द्वारा की जा रही है. यह एक अच्छा अवसर है, विकासशील देशों की प्राथमिकताओं को भी जी-20 के एजेंडा में प्राथमिकता दी जानी चाहिए.'
मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के आतंकवादरोधी नेटवर्क को मजबूत बनाने की सिफारिश की और ब्रिक्स और जी-20 देशों को उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए साथ मिलकर काम करने की गुजारिश की.
जी20 सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार त्रिपक्षीय वार्ता की.
चीन, रूस और भारत के नेताओं के बीच एक त्रिपक्षीय बैठक में अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए गहन चर्चा हुई. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शुक्रवार को विश्व के लिए लाभकारी सुधारों और बहुपक्षीय संस्थानों को मजबूत करने के महत्व पर सहमति बनाई.
तीनों नेताओं ने बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के लाभ और वैश्विक विकास एवं समृद्धि के लिए खुली वैश्विक अर्थव्यवस्था पर चर्चा की.
Source : News Nation Bureau