G20 Summit: इस बार भारत जी-20 सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. जी-20 सम्मलेन देश की राजधानी नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को आयोजित होने जा रहा है, जिसमें सदस्य देशों के कई वैश्विक नेता हिस्सा लेंगे. यह जी-20 का 18वां सम्मेलन है, जिसकी भारत पहली बार मेजबानी कर रहा है. इस साल सम्मेलन की थीम वसुधैव कुटुंबकम व वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर रखी गई है. अगले महीने दिल्ली में होने जा रहे इस सम्मेलन को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है. इस क्रम में 8 व 10 सितंबर को दिल्ली में केंद्र सरकार के सभी दफ्तर, बैंक और वित्तीय संस्थाएं बंद रहेंगी. जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट (जीएडी) इस दौरान सभी शिक्षण संस्थाएं, सरकारी व गैर सरकारी दफ्तर भी बंद रहेंगे.
क्या है जी20 ग्रुप
जी20 विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नर्स का एक संगठन है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. जी-20 ग्रुप सी स्थापना 1999 में की गई थी. उस समय इस ग्रुप में एरजेंटिना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाड़ा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया, मैक्रसिको, रूस, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, तुर्की, यूके, यूएस और ईयू शामिल थे.
अमेरिका- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सम्मेलन में हिस्सा लेने 7 सितंबर को भारत आएंगे और 10 सितंबर तक यहां रहेंगे. इस दौरान वह जी-20 ग्रुप के अन्य सहयोगियों से क्लीन एनर्जी और जलवायु परिवर्तन जैसे वैश्विक मुद्दों पर बातचीत करेंगे.
यूके- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत आएंगे. रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान सुनक यूके-इंडिया ट्रेड एग्रीमेंट के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अन्य द्वपक्षीय मुद्दों पर बात करेंगे.
कोरिया- साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल भी जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. भारत में कोरिया के राजदूत ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि हमारे राष्ट्रपति जी-20 बैठक में हिस्सा लेने भारत आ रहे हैं.
फ्रांस- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रोन भी जी-20 सम्मेलन अटैंड करेंगे. एक रिपोर्ट के अनुसार मैक्रों नई दिल्ली के क्लैरिजेस होटल में ठहरेंगे.
चीन- चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत आएंगे. माना जा रहा है कि शी ताज होटल में ठहरेंगे. चीनी राष्ट्रपति के साथ 46 गाड़ियां आएंगी.
कनाड़ा- कनाड़ा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का भारत आने का कार्यक्रम भी पक्का हो गया है. वह जी-20 मीटिंग में हिस्सा लेंगे. ट्रूडो ने इससे पहले कहा कि मैं जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लूंगा और कोशिश करूंगा कि दुनिया यूक्रेन के सहयोग करे. कनाड़ा के अलावा बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया और रूस के नेता भी सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत आएंगे.
Source : News Nation Bureau