चक्रवात गज आज तमिलनाडु और पुडुचेरी से टकराएगा, जिसके चलते तटीय इलाकों में हालात बिगड़ सकते है. भारतीय नौसेना को राहत और बचाव कार्य के लिए अलर्ट पर रखा गया है. नौसेना के एक अधिकारी ने बताया, 'दो भारतीय नौसैनिक जहाज रणवीर और खंजर मानवीय सहायता और संकट राहत के लिए सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए खड़े हैं.' गुरूवार को तंजौर, तिरुवरुर, पुडुकोट्टई, नागपट्टिनम, कुड्डलूर और रामनाथपुरम में स्कूलों और कॉलेज बंद की घोषणा की गई. चक्रवात के मद्देजर पुडुचेरी और कराईकल में शिक्षण संसथान बंद ही रहेंगे. इस दौरान 100 किमी प्रति घंटे तक की हवाएं चल सकती है.
तमिल नाडु सरकार 30500 बचाव राहत कर्मियों को तैनात करने की घोषणा कर चुकी है. मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात गज के कमजोर होने से पहले बुधवार की सुबह से तमिलनाडु-दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में हालात बिगड़ सकते हैं और रात में समुद्र में ऊंची लहरे उठने की उम्मीद है. एआईएडीएमके सरकार के मुताबिक, दूरसंचार कंपनियों ने आश्वासन दिया है कि उनके पास तूफान प्रभावित क्षेत्रों में सिर्फ पांच दिनों तक और उनके मुख्यालयों में 15 दिनों तक का ही तेल का भंडारण हैं.
मछली पकड़ने गए मछुआरों को जल्द लौटने की सलाह दी गई है. 13-15 नवंबर के दौरान उत्तर तमिलनाडु व पुडुचेरी व इससे लगे दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के इलाकों में मछली पकड़ने के लिए नहीं जाने की सलाह दी गई है.
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ओडिशा में 'तितली '
अक्टूबर के महीने में ओडिशा में तितली तूफ़ान ने भयंकर तबाही मचाई थी. राज्य में जान-माल का भारी नुकसान हुआ था.. तूफ़ान के कारण हुई मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ ने राज्य में जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया था. 'तितली' के कारण ओडिशा में 57 लोगों की मौत हो गई और 57,131 घर तबाह हो गए. तितली के कारण करीब 2200 करोड़ के नुसकान का आकलन किया गया.
Source : News Nation Bureau