आज 2 अक्टूबर यानि कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर सिंगल यूज प्लास्टिक (single Use Plastic) पर प्रतिंबध लगने जा रहा है. पर्यावरण (Environment) के लिए खतरा बन चुके प्लास्टिक से अब दुनिया निजात पाना चाह रही है. भारत भी अब आज यानि 2 अक्टूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने जा रहा है. आज से प्लास्टिक से बने बैग, कप और स्ट्रॉ पर नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार पाबंदी लगा रही है.
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बता दें कि रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं करने का आह्वान किया था.
उन्होंने मन की बात में कहा था कि 2 अक्टूबर को गांधी जी की 150वीं जयंति पर हमें प्लास्टिक मुक्त भारत के अभियान से जुड़ना चाहिए ताकि दुनिया में हमारा नाम हो सके और सबसे साफ-सुथरे देशों में शामिल हो सकें.
क्या आते हैं सिंगल यूज प्लास्टिक में-
सिंगल यूज प्लास्टिक में सब्जी वाली पन्नी, सड़क पर ठेली पर मिलने वाले प्लास्टिक वाले चाय के कप, कोल्ड ड्रिंक्स की बोतल, कोल्ड ड्रिंक की स्ट्रा, पानी की बोतल, ऑनलाइन शॉपिंग में सामान को रैप के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पॉलिथीन. बर्थडे पर केक के साथ मिलने वाला चाकू, चाट-पकोड़ी वाली प्लास्टिक की प्लेट्स, प्लास्टिक के चम्मच और कांटे और इसके अलावा डिस्पोजल आइटम भी सिंगल यूज प्लास्टिक में आते है.
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सिंगल यूज प्लास्टिक के खतरें-
सिंगल यूज प्लास्टिक रिसाइकल नहीं हो पाते है. प्लास्टिक कई माइक्रॉन में बनता है, लेकिन 40 माइक्रोमीटर (माइक्रॉन) या उससे कम स्तर के प्लास्टिक को सिंगल यूज प्लास्टिक कहते हैं. ये पर्यावरण में ही रहेंगे और इनका विनाश करना भी संभव नहीं होता है.
अमेरिकी केमिस्ट्री काउंसिल एवं पर्यावरण अनुसंधान करने वाली कंपनी ट्रूकॉस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 'अगर कोल्ड-ड्रिंक बनाने वाली कंपनियां प्लास्टिक की जगह कांच, एल्यूमिनियम या फिर टिन का इस्तेमाल करने लगेंगी तो पर्यावरण में प्रदूषण पहले से ज्यादा फैलेगा.'
वहीं 'सिंगल यूज' प्लास्टिक न सिर्फ देश के लिए बल्कि दुनिया के भविष्य के लिए भी खतरनाक है, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोगों से पॉलीथिन बैग के बजाय जूट या कपास के बैग का इस्तेमाल करने की अपील की. शाह ने कहा, 'मैं माताओं और बहनों से अपील करता हूं कि वे पॉलीथिन बैग के इस्तेमाल से दूर रहें और बाजार से चीजें खरीदने के लिए जूट या कपास के बैग का प्रयोग करें.'
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बता दें कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर राजस्थान हाईकोर्ट ने सम्मान स्वरूप अदालत परिसर में सिंगल-यूज प्लास्टिक और थर्माकोल उत्पादकों के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. राजस्थान हाईकोर्ट ने एक सर्कुलर जारी कर कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2010 में ही राज्यभर में प्लास्टिक से बने बैग्स पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन इसको लेकर प्र्याप्त रूप से जमीन पर काम नहीं हुआ है.