महात्मा गांधी की 148 वीं जयंती समारोह के उपलक्ष्य में बिहार में बाल विवाह और दहेज के खिलाफ सोमवार को एक बड़े अभियान की शुरूआत की। इस समारोह के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नव निर्मित बापू सभाघर में राज्यव्यापी अभियान शुरू किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से अपील करते हुये कहा कि आप वैसे लोगों की शादी में न जाएं या शादी से जुड़े अन्य आयोजनों का बहिष्कार करें जो दहेज ले रहे हैैं।नीतीश कुमार ने बाल-विवाह एवं दहेज के प्रति समाज में जागरूकता पैदा करने के लिए लोगों से 21 जनवरी 2018 को एक मानव चेन बनाकर समर्थन देने का आग्रह किया है।
शराबबंदी की सफलता से प्रेरित होकर बिहार सरकार ने सामाजिक हित में इस बड़े अभियान का आगाज करने का निर्णय लिया है।
यह भी पढ़ें: गांधी जयंती पर पीएम मोदी बोले- 3 साल से स्वच्छता अभियान में लगा है देश
बाल विवाह के खिलाफ कड़े कानून होने के बावजूद यह बिहार में काफी प्रचलित है। खासकर बिहार के ग्रामीण इलाकों में यह कुप्रथा बहुत बड़े स्तर पर फैली हुई है। कुछ वर्ष पहले तक बिहार में होने वाले कुल विवाह में से करीब 69 प्रतिशत बाल विवाह होते थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल विवाह उन्मूलन से ही समाज की बहुत सारी बीमारियों को खत्म किया जा सकता है। इन दोनों अभियानों को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए कई स्लोगन व गीत भी तैयार किए गए हैैं।
लेकिन हाल ही में हुए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 4 में खुलासा हुआ कि लड़कियों की शिक्षा पर जोर के कारण पिछले 10 सालों में यह आंकड़ा घटा है।
यह भी पढ़ें: राहुल गांधी का अमेठी दौरा 4 अक्टूबर को, प्रशासन से मिली अनुमति
Source : News Nation Bureau