मुंबई और कर्नाटक में जबरन वसूली के कई मामलों में वांछित गैंगस्टर सुरेश पुजारी को फिलीपीन से प्रत्यर्पित करा कर भारत लाया गया है. वह 15 वर्षों से फरार था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने पुजारी को दिल्ली में हिरासत में ले लिया और ठाणे शहर में उसके खिलाफ दर्ज मामलों के सिलसिले में उसे मुंबई लाया गया. पुजारी मुंबई और इसके पास के इलाकों ठाणे, कल्याण, उल्हासनगर और डोंबिवली में भी जबरन वसूली के मामलों में वांछित है.
पुजारी को बाद में ठाणे की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जबरन वसूली के एक मामले में 25 दिसंबर तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया गया. अधिकारी ने बताया कि उसे फिलीपीन से प्रत्यर्पित कराने के बाद मंगलवार देर रात भारत लाया गया था. उन्होंने बताया कि खुफिया ब्यूरो (आईबी) और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने पुजारी के दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद उसे हिरासत में ले लिया. एटीएस ने एक विज्ञप्ति में कहा कि पुजारी पिछले दो महीने से फिलीपीन में हिरासत में था, जिसे प्रत्यर्पण के बाद महाराष्ट्र एटीएस ने बुधवार तड़के हिरासत में ले लिया.
बयान के मुताबिक, गैंगस्टर पुजारी को बुधवार सुबह विमान से मुंबई लाया गया. इसके मुताबिक पुजारी के खिलाफ 20 दिसंबर, 2016 को 'रेड कॉर्नर नोटिस' जारी किया गया था जो 19 दिसंबर 2021 तक वैध था. विज्ञप्ति के मुताबिक पुजारी की गिरफ्तारी के समय उसके पास से दो अंतरराष्ट्रीय सिम कार्ड बरामद किए गए. अधिकारी ने बताया कि पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) राजकुमार शिंदे के नेतृत्व में एटीएस की टीम मंगलवार शाम पुजारी को हिरासत में लेने दिल्ली गई थी. उन्होंने कहा कि ठाणे शहर में पुजारी के खिलाफ दर्ज सभी मामले राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय के आदेश पर महाराष्ट्र एटीएस को हस्तांतरित कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि इन मामलों की जांच एटीएस करेगी.
अधिकारी ने बताया कि पुजारी 15 वर्षों से अधिक समय से फरार था और उसे अक्टूबर में फिलीपीन में पकड़ा गया था. उसके खिलाफ ठाणे में जबरन वसूली के कुल 23 मामले दर्ज हैं. सुरेश, गैंगस्टर रवि पुजारी का करीबी रिश्तेदार है और 2007 में उससे अलग हो गया था. इसके बाद वह विदेश भाग गया था. उन्होंने कहा कि अपराध के क्षेत्र में अपने शुरुआती दिनों में उसने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और रवि पुजारी के साथ काम किया था और बाद में अपना खुद का गिरोह बना लिया.
HIGHLIGHTS
- गैंगस्टर 15 वर्षों से अधिक समय से फरार था
- अक्टूबर में फिलीपीन में पकड़ा गया था पुजारी
- 25 दिसंबर तक एटीएस की हिरासत में भेजा गया