राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन की कमी के बीच भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद गौतम गंभीर ने 200 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की व्यवस्था की है, ताकि जानलेवा वायरस के खिलाफ लड़ाई को मजबूत किया जा सके. यह ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर या सिलेंडर उन सभी को उपलब्ध कराए जाएंगे, जो हल्के से मध्यम कोविड संक्रमण से पीड़ित हैं और घर में आइसोलेशन में हैं. दिल्ली में किसी भी स्थान पर रहने वाले लोगों को ये ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर प्रदान किए जाएंगे. इसके लिए डॉक्टर की पर्ची, रोगी की हाल का संतृप्ति स्तर और आधार विवरण प्रदान करना होगा . कंस्ट्रेटर गौतम गंभीर के निर्वाचन क्षेत्र में जागृति एन्क्लेव स्थित कार्यालय से भी लिए जा सकते हैं. इसके अलावा, यूनिट की कालीबाजारी को रोकने के लिए सुरक्षा के रूप में पोस्ट-डेटेड चेक की भी आवश्यकता होगी. गंभीर के एक सहयोगी ने कहा कि हम लोगों से कुछ भी शुल्क नहीं ले रहे हैं. सात से 10 दिनों के भीतर यूनिट वापस करने पर चेक एकत्र किया जा सकता है. आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग चेक के बजाय अपना ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं.
इस पहल के बारे में बात करते हुए, गंभीर ने कहा कि अभी दिल्ली के लोगों के लिए सबसे बड़ी चिंता ऑक्सीजन की कमी है, खासकर उन लोगों के लिए जो अस्पतालों में बिस्तर खोजने की प्रक्रिया में लगे हुए हैं. लोग ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए इधर से उधर भटक रहे हैं. इन्हें फिर से रिफिल कराना रोगी के परिवारों के लिए एक और कठिन काम है. ये कंस्ट्रेटर उन लोगों की मदद करेंगे, जो हल्के से मध्यम कोविड संक्रमण से पीड़ित हैं और वे भी जो किसी भी अस्पताल में बिस्तर की प्रतीक्षा कर रहे हैं. गंभीर ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से त्याग दी है और अब वह सिर्फ दूसरों पर दोष मढ़ने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
भाजपा सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने दूसरे राज्यों से ऑक्सीजन टैंकर मंगाने जैसे सरल कार्यों पर भी ध्यान नहीं दिया और ऑक्सीजन संयंत्रों के लिए सारा पैसा विज्ञापनों पर खर्च कर डाला. गंभीर ने कहा कि एक तरफ जहां अन्य राज्य ऑक्सीजन वार रूम स्थापित कर रहे हैं, वहीं अरविंद केजरीवाल टीवी पर केंद्र को दोषी ठहराने में व्यस्त हैं. गंभीर ने कहा कि वह जितना हो सकेगा, उतनी मदद करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर हम इस घातक बीमारी के खिलाफ मजबूती से लड़ना है तो समस्त दिल्ली को एक साथ खड़ा होना होगा. इस हफ्ते की शुरूआत में दिल्ली हाईकोर्ट ने सवाल किया था कि गंभीर कोविड के इलाज के लिए इस्तेमाल की जा रही दवाओं को वितरित करने और उन्हें बड़ी मात्रा में खरीदने में कैसे सक्षम हैं. पिछले सप्ताह गंभीर ने मरीजों को फैबिफ्लू और ऑक्सीजन सिलेंडर वितरित करना शुरू किया था.
HIGHLIGHTS
- गंभीर ने कहा कि अभी दिल्ली के लोगों के लिए सबसे बड़ी चिंता ऑक्सीजन की कमी है
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग चेक के बजाय अपना ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं
Source : IANS