पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर देश में शुरू हुई राजनीति खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. एक तरफ विपक्ष इसके सबूत मांग रहा है और कितने आतंकी मारे गए, इसका आंकड़ा देने को बोल रहा है, वहीं सत्ताधारी दल के नेता आतंकियों की मौत के रोजाना नए आंकड़े बता रहे हैं. दूसरी ओर सरकार की तरफ से विदेश सचिव ने सर्जिकल स्ट्राइक का दावा तो किया पर आतंकियों की मौत के बारे में पुख्ता दावा नहीं किया. एक दिन पहले रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने भी कहा, जो विदेश सचिव ने कहा वहीं सरकार का स्टैंड है.
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने इसी को लेकर एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है- रात 3.30 बजे मच्छर बहुत थे, तो मैंने HIT मारा. अब मच्छर कितने मारे, ये गिनने बैठूं, या आराम से सो जाऊँ?
एक दिन पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को दुर्घटना बताकर कांग्रेस की किरकिरी करा दी थी. उसके बाद केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने इस पर अलग-अलग बयान दिया था. रविशंकर प्रसाद ने तो बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर दिग्विजय सिंह के बयान की कड़ी आलोचना की थी.
मध्य प्रदेश के धार में रैली करने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिग्विजय सिंह की सोच पर सवाल उठाए, वहीं कांग्रेस दिग्विजय सिंह के बयान पर कुछ भी बोलने से बचती नजर आई. बीजेपी ने तो दिग्विजय सिंह से यह भी पूछ लिया, क्या राजीव गांधी की मौत भी हादसे में हुई थी?