लंबी बीमारी के बाद पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का निधन हो गया. जॉर्ज फर्नांडिस के निधन के बाद राजनीतिक जगत में शोक की लहर है. जॉर्ज ने 88 साल की उम्र में दिल्ली के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली. आज पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का अंतिम संस्कार होगा. समता पार्टी की पूर्व अध्यक्ष जया जेटली ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'हम जॉर्ज के बेटे का अमेरिका से लौटने का इंतज़ार कर रहे हैं.' मीडिया से बातचीत के दौरान जेटली ने कहा था कि उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर रखा जाएगा. जॉर्ज फर्नांडिस की सहयोगी ने बताया कि वह अल्जाइमर बीमारी से पीड़ित थे, जिस कारण वह पिछले कई सालों से सार्वजनिक जीवन से दूर थे. हाल में उन्हें स्वाइन फ्लू भी हो गया था. पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह दिल्ली में जॉर्ज फर्नांडिस के आवास पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और भूपेंद्र यादव पूर्व रक्षा मंत्री को श्रृद्धांजली अर्पित करने पहुंचे.
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने समाजवादी नेता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्पष्टवादी और निडर थे जो हमेशा अपनी विचारधारा पर अडिग रहे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी फर्नांडिस के निधन पर शोक जाहिर कर उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त की.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में फर्नांडिस रक्षा मंत्री थे, जब 1999 में भारत ने करगिल युद्ध लड़ा था. उनके कार्यकाल के दौरान ही भारत ने 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था. इंदिरा गांधी को मात देकर 1977 में सत्ता में आई जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार में वह उद्योग मंत्री भी रहे.