कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने आज यानि सोमवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से पद्म विभूषण सम्मान लेने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि पद्म पुरस्कार कोई सरकार नहीं बल्कि देश देता है. कांग्रेस नेता के नाम जब पद्म पुरस्कार की घोषणा हुई थी तब यह कहा गया कि गुलाम नबी आजाद पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा से मिले हुए है. और जल्द ही वह कांग्रेस छोड़कर जम्मू-कश्मीर में अपनी अलग पार्टी की घोषणा करेंगे. लेकिन सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पुरस्कार ग्रहण करने के बाद वह मीडिया से मुखातिब हुए और भाजपा सरकार से मिलीभगत के आरोपों पर बोले.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, "देश काम को पहचानता है. अच्छा लगता है जब मेरे काम को पहचान मिलती है. यह मुझे देश के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता है.हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि पुरस्कार किसने प्राप्त किया और किसने दिया. पद्म पुरस्कार कोई सरकार नहीं बल्कि देश देता है."
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राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद समेत कई हस्तियों को साल 2022 के पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया. पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं - पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री. आज दो हस्तियों को पद्म विभूषण, आठ को पद्म भूषण और 54 को पद्म श्री से सम्मानित किया गया. दूसरा नागरिक अलंकरण समारोह 28 मार्च को आयोजित होने वाला है.