प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लासगो में आयोजित 'वर्ल्ड लीडर समिट ऑफ कोप-26' (PM Modi in COP26) को संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में भारत के जलवायु कार्रवाई एजेंडा पेश किया. साथ ही क्लाइमेट चेंज से जंग के लिए PM मोदी का पंचामृत फॉर्मूला भी लोगों को काफी पसंद आया. इसके अलावा मोदी ने दुनिया को लाइफ मंत्र भी दिया. जिसकी कई देशों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने भूरी-भूरी प्रशंसा की. पीएम मोदी ने कहा कि विकासशील देश जलवायु परिवर्तन से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. किसानों पर इसका सबसे ज्यादा असर हो रहा है.
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पीएम नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन से पहले एक बयान में कहा, ‘नवीकरणीय ऊर्जा, पवन और सौर ऊर्जा की क्षमता के लिहाज से भारत दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल. WLS में मैं जलवायु कार्रवाई और हमारी उपलब्धियों पर भारत के उत्कृष्ट ट्रैक रिकॉर्ड को साझा करुंगा. उन्होंने कहा, ‘मैं कार्बन स्पेस के समान वितरण,, शमन और अनुकूलन के लिए समर्थन और लचीलापन लाने के उपायों, वित्त जुटाने, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और हरित तथा समावेशी विकास के लिए टिकाऊ जीवन शैली के महत.के महत्व सहित जलवायु परिवर्तन के मुद्दों को व्यापक रूप से संबोधित करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालूंगा.
The @COP26 Summit offers a wonderful opportunity to interact with various world leaders.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2021
In a short while, I will be delivering the National Statement at the Summit. pic.twitter.com/25l4SqnHBH
प्रधानमंत्री मोदी ने COP26 सम्मलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अनुकूलन को अपनी विकास नीतियों और योजनाओं का मुख्य भाग बनाना है. भारत में, 'नल से जल', स्वच्छ भारत मिशन और उज्ज्वला जैसी योजनाओं ने न केवल हमारे नागरिकों को गोद लेने का लाभ दिया है. बल्कि उनके जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार किया है. ब्रिटिश PM ने चेताया ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को विश्व के नेताओं को चेतावनी देते हुए ऐतिहासिक COP26 जलवायु शिखर सम्मेलन की शुरुआत की कि उन्हें भविष्य की पीढ़ियों से एक हानिकारक फैसले का सामना करना पड़ेगा अगर वे जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर निर्णायक रूप से कार्य नहीं करते है.
It was truly great to finally meet you, @NarendraModi.
— Naftali Bennett בנט (@naftalibennett) November 1, 2021
🇮🇱 🇮🇳#COP26 pic.twitter.com/DmBEPHqx3a
रोम में जी20 शिखर बैठक में हिस्सा लेने के बाद यहां पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “ग्लासगो पहुंच गया हूं. सीओपी26 में हिस्सा लूंगा, जहां मैं जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए और इस संबंध में भारत के प्रयासों को स्पष्ट करने के लिए विश्व के अन्य नेताओं के साथ काम करने को इच्छुक हूं. यदि COP26 जलवायु पर विफल रहता है, तो जनता का गुस्सा झेलना होगा: ब्रिटिश PM ने चेताया ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को विश्व के नेताओं को चेतावनी देते हुए ऐतिहासिक COP26 जलवायु शिखर सम्मेलन की शुरुआत की कि उन्हें भविष्य की पीढ़ियों से एक हानिकारक फैसले का सामना करना पड़ेगा अगर वे जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर निर्णायक रूप से कार्य नहीं करते है.
HIGHLIGHTS
- सीओपी26 शिखर बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने पेश किया जलवायु एजेंडा
- प्रधानमंत्री मोदी का ग्लासगो एवं एडिनबर्ग के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक
- दुनिया को समझाया क्लाइमेट्स का मूल मंत्र,कई देशों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने की तारीफ