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ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की छलांग, IT का शानदार प्रदर्शन, यहां श्रीलंका से भी पीछे

भारत में राजनीतिक वातावरण पहले के मुकाबले ज्यादा सकारात्मक हुआ है. इस मामले में यह 109वें स्थान से सुधार करते हुए 98वें स्थान पर पहुंच गया है.

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Drigraj Madheshia
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ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की छलांग, IT का शानदार प्रदर्शन, यहां श्रीलंका से भी पीछे

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और फ्रांसिस गरी

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ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2019  की ताजा रिपोर्ट में भारत इनोवेशन के मामले में विश्व में 5 स्‍थान की छलांग लगाते हुए 52वें स्थान पर पहुंच गया है. 2018 में यह 57वें स्थान पर था. भारत इनोवेशन, इनफार्मेशन टेक्नॉलॉजी सर्विस एक्सपोर्ट क्षेत्र में देश लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. बंगलुरु, मुंबई और दिल्ली तकनीकी शिक्षा के मायने में शीर्ष पर बने हुए हैं. ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (जीआईआई) की ताजा सूची में स्विटजरलैंड पहले स्थान पर है. स्वीडन, अमेरिका और नीदरलैंड इसके बाद आते हैं. इस रिपोर्ट को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी आर्गेनाईजेशन के प्रमुख फ्रांसिस गरी के द्वारा जारी किया गया.

राजनीतिक वातावरण पहले के मुकाबले ज्यादा सकारात्मक

भारत में राजनीतिक वातावरण पहले के मुकाबले ज्यादा सकारात्मक हुआ है. इस मामले में यह 109वें स्थान से सुधार करते हुए 98वें स्थान पर पहुंच गया है. बिजनेस करने के लिए सकारात्मक माहौल (Ease of doing) बनाने के मामले में यह 130वें स्थान से ऊपर उठकर 117वें स्थान पर पहुंच गया है.

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शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधार

शिक्षा देने के मामले में भारत 126वें स्थान से 118वें स्थान पर पहुंचा है. रिसर्च एंड डेवलपमेंट के मामले में 123वें स्थान से 67वें स्थान पर पहुंचा है. टैक्स देने की प्रक्रिया में भी भारत 120वें स्थान से सुधार करते हुए 109वें स्थान पर पहुंच गया है. निवेश के मामले में भी भारत 42वें स्थान से ऊपर उठकर 30वें स्थान पर पहुंच गया है.

यहां भारत कमजोर

नये आविष्कार करने और शोध करने के मामले में भारत बहुत पिछड़ा हुआ है. भारत क्रिएटिव आउटपुट (रचनात्मक उत्पादन) देने के मामले में भारत 94वें स्थान पर है, जबकि इसी सूची में चीन 30, रूस 66, दक्षिण अफ्रीका 77, ब्राजील 90वें पायदान पर हैं. श्रीलंका और ईरान भी इस मामले में भारत से आगे हैं जो इसी सूची में क्रमशः 84वें और 75वें स्थान पर हैं. 

इन क्षेत्रों में श्रीलंका से भी पिछड़ा

भारत कई क्षेत्रों में अभी भी बहुत पिछड़ा हुआ है. इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में भारत ब्रिक्स देशों में सबसे पीछे है. चीन इनमें सबसे आगे है जो इंफ्रास्ट्रक्चर इंडेक्स पर 36वें स्थान पर है, जबकि ब्राजील 59वें, रूस 60वें, दक्षिण अफ्रीका 85वें और भारत 87वें स्थान पर है. इसी इंडेक्स पर भारत श्रीलंका जैसे देश से भी पिछड़ा हुआ है जो 58वें स्थान पर है.

छात्र बढ़े, धनराशि घटी

  • शिक्षा पर धन खर्च करने के मामले में भारत एक स्थान और नीचे खिसक गया है. 2015 के 82वें स्थान की बजाय 2016 में यह 83वें स्थान पर पहुंच गया है.
  • शिक्षक और छात्र के अनुपात में भारत 97वें स्थान से 103वें स्थान पर पहुंच गया है. शोधकर्ताओं की संख्या में भी गिरावट हुई है.

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  • वर्ष 2015 के 75वें स्थान के मुकाबले अब भारत इस सूची में 77वें स्थान पर है. पेटेंट कराने के मामले में भी भारत में गिरावट दर्ज हुई है.
  • भारत पेटेंट कराने के मामले में विश्व में 54वें स्थान पर है. मनोरंजन के क्षेत्र में मीडिया का कारोबार भी कम होता दर्ज किया गया है.
  • भारत अब इस क्षेत्र में खर्च करने वाली सूची में 59वें स्थान पर है.ऑनलाइन क्रिएटिविटी के मामले में तेज गिरावट दर्ज की गई है. भारत इस सूची में 78वें स्थान से गिरकर 101वें स्थान पर पहुंच गया है.

रिपोर्ट का आधार

ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स विश्व के महत्त्वपूर्ण देशों की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक घटनाओं पर कड़ी नजर रखकर तैयार की जाती है. इसके लिए विश्व बैंक, यूनिसेफ, वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन जैसी 30 महत्त्वपूर्ण संस्थाओं की रिपोर्ट-आंकड़े के विश्लेषण के आधार पर 82 मानकों पर तय की जाती है. सूची में जिन 128 देशों को शामिल किया गया है, वे (रिपोर्ट 2015-16 के दौरान) विश्व जनसंख्या की 92 फीसदी की हिस्सेदारी रखते हैं. इन देशों का सकल घरेलू उत्पाद पूरे विश्व का लगभग 98 फीसदी है. रिपोर्ट कोर्नेल यूनिवर्सिटी के माध्यम से प्रकाशित किया जाता है.

Source : News Nation Bureau

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