केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए चीन के 59 एप्प पर बैन लगा दिया है. इस मामले से चीन बौखला गया है. जो चीन अपने देश में गूगल और माइक्रोसॉफ्ट को अपने सर्वर पर खुलने भी नहीं देता अब वही चीनी एप पर बैन से बौखलाया हुआ है. चीन के मुखपत्र कहे जाने वाले ग्लोबल टाइम्स ने भारत को डोकलाम से भी ज्यादा अंजाम भुगतने के बारे में चेताया है. ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि चीनी एप पर बैन एक राजनैतिक कदम है.
यह भी पढ़ें- किस प्रधानमंत्री का पीएम मोदी ने किया जिक्र, जिस पर लगा 13 हजार का जुर्माना
चीनी कंपनियों पर अपनी 'राजनीतिक नकेल' कस कर खुले तौर पर अपमानित किया है. भारत को चीन के साथ आर्थिक युद्ध के परिणामों को कम नहीं आंकना चाहिए. भारतीय राष्ट्रवाद को डोकलाम संकट से अधिक नुकसान हो सकता है.
चीनी दूतावास ने जताई आपत्ति
भारत में चीनी दूतावास ने इसे लेकर आपत्ति दर्ज कराई है. एंबेसी के प्रवक्ता जी रान्ग (Ji Rong) ने कहा कि चीनी पक्ष गंभीरता से चिंतित है और इस तरह की कार्रवाई का दृढ़ता से विरोध कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि कुछ चीनी एप को टारगेट किया गया है. भारत का मापदंड चुनिंदा और भेदभावपूर्ण है.
यह भी पढ़ें- यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आखिर क्यों पीएम मोदी का जताया आभार?
यह कदम उचित और पारदर्शी प्रक्रियाओं के विरुद्ध है. इसके साथ ही यह विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन भी है. यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और ई-कॉमर्स की सामान्य प्रवृत्ति के खिलाफ भी है, और उपभोक्ता हितों और भारत में बाजार की प्रतिस्पर्धा के लिए अनुकूल नहीं है.
59 चीनी एप बैन
भारत सरकार ने सोमवार को चीन को बड़ा झटका देते हुए यूसी ब्राउजर, टिकटॉक, शेयर इट सहित 59 चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने का फैसला उसके ‘चीन के सामान का बहिष्कार’ अभियान के लिए एक बड़ा समर्थन है.
Source : News Nation Bureau