देश में बीफ का मुद्दा शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है। बार-बार राजनीति पार्टियां कुछ न कुछ बयान देकर इसे फिर से हवा दे देती हैं। हाल ही में गोवा में कांग्रेस नेता प्रताप सिंह राणे ने इस मामले को तूल दिया है। राणे ने कहा कि गोवा में सभी बीजेपी के नेता 15-15 गायों को पालें।
राणे ने यह बयान देते हुए कहा, 'जब गाय बूढ़ी हो जाए तो मैं उनके साथ क्या करूं? यह एक बड़ी समस्या है। हमें प्रगतिशील राज्य के रूप में, इस बारे में सोचना चाहिए। आप सभी को 15-15 गाय पालना चाहिए। सड़कों से गायों को अपने घर ले जाएं और उनकी देखभाल करें।'
वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की गोमांस की पर्याप्त आपूर्ति वाले बयान का बचाव भी किया। गोवा विधानसभा के चल रहे मॉनसून सत्र में बजट से संबंधित चर्चा के दौरान राणे ने कहा कि किसानों को बूढ़ी गायों के निपटान में समस्या हो रही है।
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उन्होंने कहा, 'डेयरी फार्मिंग में पुराने जानवरों के निपटान का संवेदनापूर्ण अर्थशास्त्र है।'
विपक्ष नेता ने सवाल किया, 'मालिकों ने उनको त्याग दिया है, क्योंकि अब उनसे कोई आर्थिक लाभ नहीं है। एक व्यक्ति का खाना दूसरे व्यक्ति का जहर है, लेकिन आप बूढ़े होने के बाद अपनी गायों के साथ क्या करते हैं? हम गाय की पूजा करते हैं, लेकिन उसके बाद कौन देखता है।'
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राणे ने पर्रिकर की टिप्पणी का भी बचाव किया, जब बुधवार को उन्होंने कहा था कि यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे कि गोवा में गोमांस की कोई कमी नहीं है, जिससे विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) बेहद नाराज हुआ था।
राणे ने कहा, 'मैंने टीवी पर देखा कि वीएचपी ने कुछ टिप्पणियां की हैं, यह अनावश्यक है। मुझे नहीं लगता कि उन्होंने कुछ गलत कहा है। हम गोवा में 'गोरक्षक' नहीं चाहते हैं।'
Source : IANS