गोवा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने शनिवार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री पद से मनोहर पार्रिकर को हटाकर उनके मंत्री सुदीन धवलीकर को दिया जाय. एमजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बीजेपी उनकी मांगों को नहीं मांगती है तो वह राज्य में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव बीजेपी के खिलाफ लड़ेगी. पर्रिकर एडवांस पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे हैं और करीब नौ महीनों तक उनका गोवा, मुंबई, न्यूयॉर्क और दिल्ली के अस्पतालों में इलाज चला है. 14 अक्टूबर को एम्स से डिस्चार्ज होने के बाद वे घर पर आराम कर रहे हैं.
एमजीपी का कहना है कि बीमार मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को अपना प्रभार सौंप देना चाहिए, क्योंकि उनके नेतृत्व में बीते आठ महीनों से राज्य प्रशासन शक्तिहीन हो गया है.
पिछले महीने विधानसभा की दो सीटें खाली हुई थीं, सुभाष शिरोड़कर और दयानंद सोप्ते ने अपने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे.
एमजीपी के अध्यक्ष दीपक धवलीकर ने पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद कहा, 'पार्टी की केंद्रीय समिति ने सरकार से यह आग्रह करने का फैसला किया है कि सरकार को बीमार पर्रिकर के स्थान पर जल्द से जल्द कोई और नेता ढूढ़ लेना चाहिए..
उन्होंने कहा, 'उनकी बीमारी की वजह से, प्रशासन आठ महीनों से शक्तिहीन बना हुआ है. उन्हें यथासंभव जल्द से जल्द अपना प्रभार किसी और को सौंप देना चाहिए.' विपक्षी समेत सत्तारूढ़ सहयोगी दल भी प्रशासन में स्थिरता के आधार पर मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
कांग्रेस के दोनों विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ी पार्टी नहीं रह गई. कांग्रेस और भाजपा, दोनों के पास अब राज्य में 14-14 विधायक हैं.
भाजपानीत गठबंधन सरकार को गोवा फॉरवर्ड, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायकों, तीन निर्दलीय विधायकों और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एक विधायक का समर्थन हासिल है.
Source : News Nation Bureau