नई दिल्ली के केंद्र में सुशासन महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम का मकसद प्रभावी शासन और नेतृत्व को बढ़ावा देने है. इन सब उद्देश्यों की पूर्ति के लिए ये एक प्रमुख कार्यक्रम है. इस बैठक में इनोवेशन, एजुकेशन और मदद जैसे चीजों को अहम बनाते हुए कार्यक्रम को तैयार किया जाता है. यह उत्सव उनकी उत्कृष्टता को दर्शाने के रूप में प्रमुखता से निकला. ये साइरस पूनावाला ग्रुप के नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी का सहयोग प्राप्त है.
इस कार्यक्रम का आयोजन रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी (आरएमपी) की लिडरशिप में यह नेशनल लेवल पर की गई पहल का नतीजा है. ये कार्यक्रम साल 1982 से ही एक बहुत ही अहम मंच रहा है. ये मंच इलेक्टेड रिप्रेजेंटेटिव, सोशल वर्कर और अलग-अलग संस्थाओं का मैनेजमेंट करने वाले व्यक्तियों के लिए लीडरशिप को बढ़ावा देने, ट्रेनिंग देने और क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से है. राष्ट्रीय महत्व के काम शुरू करने पर आरएमपी को दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में एक अद्वितीय दर्जा दिलाया है. इसमें संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (UNESC) द्वारा प्रदान की गई विशेष सलाहकार समिति वाले कुछ संस्थानों में से एक है.
साइरस पूनावाला का साथ
साइरस पूनावाला ग्रुप के अंतर्गत लिडिंग नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी पूनावाला फिनकॉर्प की और से इस कार्यक्रम को समर्थन प्राप्त है. इससे इसके असर और पहुंच में काफी तेजी देखी गई. आपको बता दें कि इस कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने किया. इसकी बाद इस कार्यक्रम की शोभा और बढ़ गई.
ये हुए शामिल
इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री माननीय देवेन्द्र फडणवीस, भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, भारत के रसायन और उर्वरक, और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री मनसुख एल. मंडाविया, नागालैंड के पर्यटन मंत्री श्री तेमजेन इम्ना अलोंग, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल माननीय श्री मनोज सिन्हा, भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव लोकसभा सदस्य तेजस्वी सूर्या, नीति आयोग के सीईओ बी.वी.आर. सुब्रमण्यम, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के पूर्व अध्यक्ष श्री विनय सहस्रबुद्धे सहित कई अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए थें.
सीखने का मंच
राज्य सरकारों, केंद्र सरकार के विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों को समर्पित स्टालों वाली एक इंटरैक्टिव प्रदर्शनी में उनके संबंधित अधिकार क्षेत्र में सुशासन को प्रदर्शित करने वाली नवीन योजनाओं, पहलों और प्रथाओं का प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनी ने सैद्धांतिक चर्चाओं में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि जोड़ते हुए, भारत भर में प्रभावी शासन रणनीतियों और पहलों के बारे में साझा करने और सीखने के लिए एक मंच प्रदान किया.
Source : News Nation Bureau