भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) की वैक्सीन पर काम तेजी से चल रहा है. इस साल के अंत तक देश में स्वदेशी कोरोना वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है. इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Dr Harsh Vardhan) का कहना है कि सब कुछ ठीक रहा तो हम इस साल के आखिरी तक कोरोना वैक्सीन हासिल कर लेंगे. उन्होंने दावा किया है कि देश में बनी और ट्रायल से गुजर रहीं कोरोना वैक्सीन के 2020 के अंत तक उपलब्ध होने की पूरी संभावना है. उनका कहना है कि हमें 2021 की पहली तिमाही में वैक्सीन के इस्तेमाल करने की उम्मीद है.
यह भी पढ़ें: 24 घंटे में कोरोना के 69 हजार के करीब मामले, कुल आंकड़ा 29 लाख के पार
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए अपने इंटरव्यू में कहा कि भारत बायोटेक ने वैक्सीन तैयार कर ली है और उसका ट्रायल चल रहा है. बता दें कि भारत बायोटेक ने जिस वैक्सीन को तैयार किया है, उसका नाम Covaxin है. हर्षवर्धन ने रहा कि यह वैक्सीन साल के आखिर तक उपलब्ध हो सकती है. स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन का सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने उत्पादन शुरू कर दिया है.
यह भी पढ़ें: लालू यादव की सुरक्षा में तैनात 9 जवान कोरोना से संक्रमित मिले
डॉ हर्षवर्धन का कहना है कि अन्य दो टीकों के ट्रायल को पूरा होने और उसके बाद बाजार में उतारने में कम से कम एक महीने का और वक्त लग सकता है. अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वैक्सीन हासिल करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय प्लान तैयार कर रहा है. डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि दुनिया में भारत सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है. हम दुनिया को वैक्सीन की जरूरतों का दो-तिहाई हिस्सा सप्लाई करते हैं.
यह भी पढ़ें: SC का सवाल - मॉल और शराब की दुकानें खुल सकती हैं तो मंदिर क्यों नहीं?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आईसीएमआर और भारत बायोटेक ने एक एमओयू भी साइन किया. इसके तहत वैक्सीन बनाने के बाद भारत सरकार को सस्ती दरों पर वैक्सीन मुहैया कराने में प्राथमिकता दी जाएगी. इसके अलावा सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के साथ भी ऐसे ही समझौते की कोशिश जारी है.