भारत की पहली महिला एडवोकेट (बैरिस्टर) कार्नेलिया सोराबजी का 15 नवंबर को 151वां जन्मदिवस है। इस मौके पर गूगल ने एक खास डूडल बनाया है।
कार्नेलिया सोराबजी का जन्म 15 नवंबर 1866 को नासिक में हुआ था। वह समाज सुधारक होने के साथ-साथ लेखिका भी थीं। आइये जानते हैं उनके बारे में...
- सोराबजी न सिर्फ पहली भारतीय एडवोकेट महिला थीं, बल्कि बॉम्बे यूनिवर्सिटी से पहली महिला ग्रेजुएट भी थीं।
- साल 1889 में उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से लॉ कंप्लीट किया था। इसके बाद वह भारत वापस आ गईं।
- सोराबजी पहली भारतीय थीं, जिन्होंने ब्रिटिश यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी।
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- समाज में महिलाओं का स्थान नहीं होने की वजह से कार्नेलिया ने उन्हें कानूनी परामर्श देना शुरू किया।
- 1907 के बाद उन्हें बंगाल, बिहार, असम और उड़ीसा की अदालतों में सहायक महिला वकील का पद दिया गया।
- कार्नेलिया 1929 में हाईकोर्ट की वरिष्ठ वकील के तौर पर सेवानिवृत्त हुईं। लेकिन इसके पहले उन्होंने महिलाओं को वकालत से रोकने वाले कानून को शिथिल कर यह पेशा भी उनके लिए खोल दिया।
- इसके बाद वह लंदन में शिफ्ट हो गईं। 87 साल की उम्र में 1954 में उनका निधन हो गया।
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Source : News Nation Bureau