गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के गेट पर पुलिसकर्मियों पर हमला करने के मामले में पकड़ा गया मुर्तजा अब्बासी दुर्दांत आतंकी संगठन आईएस से जुड़ा पाया गया है. वो आईएस के जिहादी सेल से जुड़ा हुआ है. एजेंसियों ने खुलासा किया है कि आतंकी आकाओ के निर्देश के बाद वो 'आपरेशन मंसूबा' की तैयारी में जुटा था. इसके लिए बाकायदा वो कोड के माध्यम से अपने आकाओं से बातचीत कर रहा था. मुर्तजा अब्बासी आतंकी सेल को सक्रिय करने की रणनीति पर काम कर रहा था.
अब तक 91 जिहाजी सेलों का भंडाफोड़ कर चुकी है एनआईए
बता दें कि एनआईए ने साल 2009 से करीब 91 जिहादी सेल का खात्मा किया है. इनमें से 63 मामले तो 2015 में ही सामने आए. इन मामलों में 24 केस आईएस से जुड़े हुए थे. जिसमें से 23 जिहादी सेल कश्मीर से जुड़े थे, जबकि 43 दूसरी जगहों से थे. इसके बाद आतंकी सेल ने अपने काम के तरीकों को बदल लिया था और मुर्तजा को हमले करने में कोर्डिनेटर के तौर पर जोड़ा था.
इस तरह के कोड इस्तेमाल करता था मुर्तजा
एनआईए की जांच में पता चला है कि मुर्तजा खटमल, घेवर, किताब, फ्लाइट जैसे कोड प्रयोग करता था. मुर्तजा बातचीत के दौरान बम को घेवर, प्लान को किताब, आतंकी साथी को फ्लाइट, जिसे मारना हो- उसके लिए खटमल जैसे कोड वर्ड का प्रयोग करता था.
लखनऊ ट्रांसफर किया गया मुर्तजा का केस
मुर्तजा केस में आज गोरखपुर के एसीजेएम प्रथम कोर्ट में उसकी पेशी हुई. पेशी के बाद जज ने इस केस को लखनऊ कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया है. मुर्तजा के ऊपर UAPA धारा बढ़ाई गई है. अब मुर्तजा का केस लखनऊ कोर्ट में ट्रांसफर होने से आगे की सुनवाई वहीं होगी. UAPA एक्ट यानी गैर कानूनी और आतंकी गतिविधियों को रोकने की धारा है.
मुर्तजा कैसे हुआ गिरफ्तार?
मुर्तजा अब्बासी ने 3 अप्रैल को गोरखनाथ मंदिर के गेट पर पुलिसकर्मियों पर हमला किया था. मामले में छानबीन के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे. इस पूरे मामले की जांच एटीएस और कई अन्य एजेंसियां कर रही हैं.
HIGHLIGHTS
- आईएस से जुड़ा है मुर्तजा
- एनआईए ने लगाई यूएपीए की धारा
- मामले को गोरखपुर से लखनऊ ट्रांसफर किया गया
Source : News Nation Bureau