तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि सरकार आम बजट पर चर्चा नहीं चाहती, इसलिए सत्ताधारी सांसदों ने राज्यसभा की कार्यवाही बाधित की।
राज्यसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बोलने के समय सत्तापक्ष के सांसदों द्वारा नारेबाजी करने के एक दिन बाद शुक्रवार को ओ ब्रायन ने कहा, 'सरकार के पास विपक्ष के प्रश्नों के उत्तर नहीं हैं, इसलिए राज्यसभा की कार्यवाही बाधित की गई।'
बुधवार को भी लोकसभा में कांग्रेस सांसद वीरप्पा मोइली के भाषण के समय सत्ताधारी सांसदों ने कार्यवाही बाधित कर दी थी।
बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा धन्यवाद संबोधन के समय कांग्रेस सांसदों द्वारा व्यवधान उत्पन्न करने के विरोध में सत्ताधारी पार्टी के सांसदों ने दोनों सदनों में प्रदर्शन किया।
ओ ब्रायन ने सरकार पर संसद जैसे संस्थानों की 'हत्या' करने का भी आरोप लगाया और आम बजट में रेल बजट का विलय करने का कारण पूछा।
उन्होंने कहा, 'पहले आम बजट और रेल बजट पर चर्चा करने के लिए 12-12 घंटे होते थे। दोनों के विलय के बाद यह खत्म हो गया।'
रेल बजट में कोष आवंटन पर विभिन्न सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जिन प्रदेशों में दूसरे दलों की सरकारें है, वहां कम आवंटन हुआ।
उन्होंने बीजेपी शासित उत्तराखंड, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में अन्य दलों द्वारा शसित पश्चिम बंगाल और दिल्ली से अधिक राशि का आवंटन करने का आरोप लगाते हुए कहा, 'बीजेपी के अनुसार पिछले रेलमंत्री रेल बजट का राजनीतिकरण करते थे.. उस समय सदन में कम से कम चर्चा तो होती थी।'
उन्होंने रोजगार के मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि रेलवे सुरक्षा में 1,75,000 रिक्तियां हैं, जिन्हें भरा नहीं गया है।
Source : IANS