दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा के सरकारी स्कूलों को लेकर बड़ी बात कही है. हरियाणा सरकार ने अब ऐसा कर दिया है कि आप अगर बच्चे को प्राइवेट स्कूल में भेजोगे, तो सरकार प्राइवेट स्कूल वालों को सब्सिडी देगी, 1100/800 प्रति महीना. अगर सरकारी स्कूल में बच्चे को भेजोगे, तो तुम्हें 500 रुपए देने पड़ेंगे. ऐसे में तो लोगों को सरकारी स्कूलों से बच्चों को निकालना ही पड़ेगा, जरूरत है कि सरकारी स्कूलों को ठीक किया जाए
इस दौरान एक युवा के इस सवाल पर अरविंद केजरीवाल कि रिजर्वेशन के कारण जेनरल कैटेगरी के लड़कों का हक मारा जा रहा है.
आज भी एससी/एसटी पर अत्याचार
यह अवधारणा कि आज SC समुदाय के साथ बुरा बर्ताव नहीं होता यह गलत है. सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियोज आते हैं, देश के कोने कोने में आज भी 21वीं सदी में यह हो रहा है. राजस्थान के एक SC समुदाय के आईपीएस ऑफिसर की शादी में उसे घोड़ी पर नहीं चढ़ने दिया गया, उसे गांव को छावनी बनाना पड़ा.
मैकाले की शिक्षा नीति को बदलना जरूरी
रिजर्वेशन इसलिए दिया गया क्योंकि सदियों से जो असमानता थी उसमे बराबरी आ सके. हमारी मेंटलिटी बन गई है पढ़ने के बाद नौकरी, यह मौकाले का सिस्टम है. पहले ऐसा नहीं होता था. 1947 में हमने गलती की कि अंग्रेजों वाली शिक्षा व्यवस्था नहीं बदली. दिल्ली में हमने इसे बदला है.
दिल्ली में बच्चों को बिजनेस की ओर ले जाने पर जोर
दिल्ली में हम 11वीं-12वीं के बच्चों को बिजनेस करना सिखाते हैं. हम हर बच्चे को 2-2 हजार रुपए देते हैं, वे ग्रुप में बिजनेस शुरू करते हैं. ऐसी 52 हजार टीम बन चुकी है. बड़े बड़े इंडस्ट्रीयलिस्ट इसमें इन्वेस्ट कर रहे हैं. दिल्ली में हमने स्कूलों के साथ साथ शिक्षा का कंटेंट बदलना भी शुरू किया है.
HIGHLIGHTS
- अरविंद केजरीवाल बोले, मैकाले के सिस्टम को बदलना चाहिए
- दिल्ली में बच्चों को बिजनेस करने में मदद मिल रही है
- सरकारी स्कूलों का स्तर सुधारने की जरूरत
Source : Mohit Bakshi