जम्मू कश्मीर के उरी में रविवार को हुए आतंकी हमले में कुल 18 जवानों ने अपनी शहादत दी। शहीद हुए 18 जवानों में से 15 जवान बिहार रेजिमेंट के थे। जबकि 2 जवान डोगरा रेजिमेंट से थे। जो 18 जवान शहीद हुए उनमें में तीन जवान सिपाही राकेश सिंह, नायक एसके विदार्थी, हवलदार अशोक कुमार सिंह बिहार के रहने वाले थे जबकि सिपाही नईमन कुजुर और सिपाही जावरा मुंडा झारखंड के रहने वाले थे।
इसके साथ ही शहीद सिपाही टीएस सोमनाथ, सिपाही उके जनराव, लांस नायक जी शंकर, के विकास जनार्दन महाराष्ट्र के रहने वाले थे। देश पर प्राण न्योछावर करने वाले वीर सिपाही राजेश कुमार सिंह, लांस नायक आरके यादव, सिपाही हरिंदर यादव यूपी के वीर सपूत थे।
शहीद सिपाही बिस्वजीत घोरई, सिपाही जी दलई पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे। वहीं हवलदार एन एस रावत राजस्थान के रहने वाले थे। इन वीर शहीदों को तो वापस नहीं लाया जा सकता और ना ही परिजनों के लिए इनकी कमी को कभी पूरा किया जा सकता है लेकिन इन सपूतों के परिजनों को कोई आर्थिक कष्ट ना हो इसलिए अलग-अलग राज्य सरकारों ने इनके परिजनों को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
जानिए कौन सी राज्य सरकार शहीद के परिजनों को कितनी सहायता राशि दे रही है।
बिहार सरकार
बिहार के रहने वाले तीन वीर सपूतों के परिजनों को बिहार की नीतीश सरकार 11-11 लाख रुपये आर्थिक सहायता देगी।
झारखंड सरकार
झारखंड सरकार ने अपने राज्य के दो वीर सैनिकों की शहादत पर उनके परिजनों को 10-10 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है
महाराष्ट्र सरकार
सबसे ज्यादा 4 वीर सपूतों को खोनवाली महाराष्ट्र सरकार इनके परिजनों को 15-15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी
उत्तर प्रदेश सरकार
यूपी की अखिलेश सरकार ने उत्तर प्रदेश के वीर सपूतों की शहादत पर उनके परिवार को सबसे ज्यादा 20-20 लाख रुपये देने का ऐलान किया है
हालांकि बिहार रेजीमेंट और बिहार के जवानों के शहीद होने पर राज्य सरकार के द्वारा कम मदद राशि देने पर लोग सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर बिहार सरकार की आलोचना भी कर रहे हैं।
Source : news state beauro