पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कोविड-19 महामारी से संबंधित चिकित्सा उपकरणों की खरीद में कथित अनियमितताओं की स्वतंत्र जांच करने की अपील करते हुए कहा कि ममता बनर्जी सरकार को पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए इस मुद्दे पर एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. उपकरणों की खरीद में कई करोड़ों का घोटाला होने का दावा करते हुए, धनखड़ ने कहा कि वह आर्थिक अनियमितताओं और कुछ चुनिंदा लोगों को इससे होने वाले लाभ को लेकर सशंकित थे.
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गवर्नर ने ट्वीट किया, ‘‘कुल खरीद, स्रोत और लाभार्थियों की पूरी जानकारी के साथ एक श्वेतपत्र का आह्वान किया जाता है.” धनखड़ ने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार पारदर्शिता की कमी के कारण पनपता है. ममता बनर्जी सरकार तथ्यों पर से पर्दा उठाएं.”
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राज्य सरकार ने कथित अनियमितताओं को देखने के लिए गृह सचिव अल्पन बंद्योपाध्याय, वित्त सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी और स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम को शामिल करते हुए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. मुख्यमंत्री द्वारा जांच का आदेश देने को भी धनखड़ ने महज पर्दा डालने की एक कोशिश करार देते हुए कहा कि इसमें विश्वसनीयता की कमी है. उन्होंने कहा कि यह जांच समिति रक्षक तंत्र का एक हिस्सा मात्र है. उन्होंने कहा, ‘‘स्वतंत्र जांच से दोषियों का पता चल सकता है. घोटाले का खुलासा और इससे लाभ कमाने वालों का पता लगाने के लिए जांच की आवश्यकता है.”
Source : Bhasha