कर्नाटक के 10 दिवसीय बजट सत्र की शुरुआत बुधवार को हंगामे के साथ हुई. इसकी वजह से राज्यपाल वजुभाई वाला को दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित अपने अभिभाषण को संक्षिप्त करना पड़ा. राज्यपाल वजुभाई वाला अपना भाषण हिंदी में पढ़ रहे थे. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य आसन के सामने एकत्रित हो गए और जद (एस) व कांग्रेस गठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इस हंगामे में राज्यपाल की आवाज सुनाई नहीं पड़ रही थी.
हंगामे के बीच राज्यपाल का अभिभाषण पांच मिनट से भी कम समय में समाप्त हो गया. मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी शुक्रवार को राज्य का 2019-20 वित्तीय वर्ष का बजट पेश करेंगे। कुमारस्वामी के पास वित्त विभाग भी है.
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कर्नाटक में बजट सत्र का पहला दिन काफी हंगामेदार रहा. पहले से ही माना जा रहा था कि बीजेपी सहित विपक्ष इस मौके पर मौजूदा कुमारस्वामी सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. बुधवार को विधानसभा में यह देखने को भी मिला. जैसे ही राज्यपाल वजुभाई वाला ने संबोधन शुरू किया विपक्षी दलों ने विधानसभा में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. बीजेपी ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार के पास संख्या बल नहीं है और वह अल्पमत की सरकार है.
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बजट सत्र से पहले मंगलवार को बीजेपी के विधायक दल की बैठक के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने जेडीएस-कांग्रेस नीत गठबंधन सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने आरोप लगाया था कि सरकार जनता के उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है. साथ ही उन्होंने सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर भी कुमारस्वामी सरकार पर निशाना साधा था. हालांकि इस दौरान येदियुरप्पा ने साफ किया था कि उनकी पार्टी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी.
Source : IANS