गोविंदानंद सरस्वती जी महाराज ने ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अविमुक्तेश्वरानंद चोर और भगोड़ा है. अगर पूरा चिट्ठा खोला तो गड़बड़ हो जाएगी. कांग्रेस उनका साथ दे रही है. गोविंदानंद सरस्वती ने आरोप ऐसे समय पर आरोप लगाए हैं, जब हाल ही में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा था कि केदारनाथ मंदिर से 228 किलो सोना गायब हुआ है. हालांकि अभी तक उनके इस दावे की पुष्टि नहीं हुई है. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि उद्धव ठाकरे को विश्वासघात करके सीएम पद से हटाया गया, जो लोग विश्वासघात करते हैं, वो हिंदू नहीं हो सकती हैं.
'कोर्ट ने अविमुक्तेश्वरानंद को घोषित किया भगोड़ा'
गोविंदानंद सरस्वती ने कहा, 'वाराणसी कोर्ट का आदेश है. उनके खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था, उन्हें (स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद) भगोड़ा घोषित किया गया था. हम यह सब सुप्रीम कोर्ट को बताना चाहते हैं, लेकिन वे अगली तारीख देते रहते हैं और हमें न्याय चाहिए. वह देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं. हम देश के हित में ये सारे दस्तावेज सामने रख रहे हैं. अविमुक्तेश्वरानंद लोगों की हत्या और अपहरण कर रहे हैं, भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठा रहे हैं, वह संन्यासी बनकर शादियों में शामिल हो रहे हैं. वह कह रहे हैं कि केदारनाथ में 228 किलो सोना गायब है, क्या उन्हें सोने और पीतल में फर्क भी पता है.'
#WATCH | Delhi: Shankaracharya of Jyotirmath Swami Avimukteshwaranand, Govindananda Saraswati Ji Maharaj says, "This is Varanasi Court's order. A non-bailable arrest warrant was issued against him, he (Swami Avimukteshwaranand) was declared absconder... We want to tell all of… pic.twitter.com/McP5jivQ4g
— ANI (@ANI) July 21, 2024
'अविमुक्तेश्वरानंद को सपोर्ट कर रही कांग्रेस'
गोविंदानंद सरस्वती ने आगे कहा, 'अविमुक्तेश्वरानंद को कौन सपोर्ट कर रहा है. इसको साबित करने के लिए एक डॉक्यूमेंट काफी है. अविमुक्तेश्वरानंद का कांग्रेस पूरी तरह से समर्थन कर रही है.' इसे साबित करने के लिए उन्होंने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का लेटर दिखाया, जो उन्होंने अविमुक्तेश्वरानंद को लिखा था.
उन्होंने कहा, 'जब हमारे गुरुजी ब्रह्मलीन हुए, तो इन लोगों ने कांग्रेस को पत्र लिखने को कहा. कांग्रेस ने पत्र जारी किया और अविमुक्तेश्वरानंद सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए. प्रियंका गांधी ने 13 सितंबर 2022 को उन्हें पूज्य शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी के नाम से संबोधित करते हुए पत्र लिखा. जब सुप्रीम कोर्ट ने स्टे जारी कर दिया था, तब प्रियंका गांधी ने अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य के नाम से संबोधित करते हुए पत्र कैसे लिखा? क्या कांग्रेस तय करेगी कि शंकराचार्य कौन है?'
#WATCH | Delhi: Govindananda Saraswati Ji Maharaj says, "... This is for everyone, Congress, BJP, all CMs and the PM, HM and everyone who is supporting Avimukteshwaranand... The Congress party is giving complete support to Avimukteshwaranand... When our Guruji became 'Brahmleen',… pic.twitter.com/w0ebQ086gN
— ANI (@ANI) July 21, 2024
'खेल खेल रही है कांग्रेस, अविमुक्तेश्वरानंद खिलौना'
उन्होंने कहा, 'वह (अविमुक्तेश्वरानंद) नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़े हैं और कौन उनका समर्थन कर रहा है? प्रियंका वाड्रा. जब राहुल गांधी हिंदू विरोधी टिप्पणी करेंगे, तो अविमुक्तेश्वरानंद उनके साथ खड़े होंगे. क्यों? यह पत्र कारण है. कांग्रेस खेल खेल रही है और अविमुक्तेश्वरानंद खिलौना हैं. मैं चाहता हूं हम प्रियंका गांधी से कहेंगे कि या तो वह इस पत्र को लिखने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें या फिर हम उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना का मामला दायर करेंगे.'
Source : News Nation Bureau