रबींद्रनाथ टैगौर को स्कूली पाठ्यक्रमों से हटाए जाने को लेकर पैदा हुए विवाद पर शिक्षा मंत्री ने सफाई दी है। राज्यसभा में बयान देते हुए शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि स्कूली पाठ्यक्रमों से टैगोर को हटाने की कोई योजना नहीं है।
शून्यकाल में तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन के सवाल का जवाब देते हुए जावड़ेकर ने कहा कि सरकार टैगोर का सम्मान करती है और साथ ही उन सभी हस्तियों का जिन्होंने देश की आजादी और लेखनी में योगदान दिया।
शिक्षा मंत्री ने कहा, 'हम सभी का सम्मान करते हैं और किसी को भी हटाया नहीं जाएगा।' उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों के लिए सभी शिक्षकों और अन्य लोगों से सुझाव मांगे गए हैं ताकि किताब में की गई 'तथ्यात्मक गलतियों' को सुधारा जा सके।
ब्रायन ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने एनसीईआरटी की किताबों में बदलाव के लिए सुझाव मंगाए थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक (आरएसएस) संघ से जुड़े शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने इसी सिलसिले में टैगोर की रचनाओं को सिलेबस से बाहर किए जाने का सुझाव दिया था।
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वहीं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'कोई स्कूली पाठ्यक्रमों से टैगोर को बाहर करने के बारे में सोच भी कैसे सकता है। यह बकवास बात है।'
न्यास के सुझाव को खारिज करने की मांग करते ब्रायन ने कहा, 'रबींद्रनाथ टैगोर को किसी व्यक्ति से सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं है।' समाजवादी पार्टी ने नेता और राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि न्यास ने स्कूली किताबों से उर्दू के शब्दों और मिर्जा गालिब को भी हटाने का सुझाव दिया है।
जावड़ेकर ने कहा, 'हमें अभी तक 7,000 से अधिक सुझाव मिले हैं और हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे कोई समस्या हो।'
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HIGHLIGHTS
- रबींद्रनाथ टैगौर को स्कूली पाठ्यक्रमों से हटाए जाने को लेकर पैदा हुए विवाद पर शिक्षा मंत्री ने दी सफाई
- राज्यसभा में शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि स्कूली पाठ्यक्रमों से टैगोर को हटाने की कोई योजना नहीं है
Source : News Nation Bureau