देश की 25 सालों तक सेवा करने वाले सीआईएसएफ (CISF) के एक जवान को डी-वोटर (D-Voter) नोटिस जारी कर दिया गया है. सीआईएसएफ जवान का दावा है कि उसे ये नोटिस रविवार को जारी किया गया है. जवान का नाम ममूद अली बताया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब उन्हें ये वोटिस मिला, उस वक्त बंगाल के बांकुड़ा में तैनात थे. लेकिन नोटिस मिलते ही वो तुंरत घर के लिए रवाना हो गए.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अली ने कहा, 25 साल तक देश की सेवा करने के बाद मुझे नहीं पता अपनी नागरिकता कैसे प्रमाणित करूं. इसके लिए सरकार ने क्या मुझे ये इनाम दिया है.' अली ने कहा, 'मेरे पास सारे जरूरी दस्तावेज हैं. सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी, मुझे इंसाफ चाहिए.'
वहीं इस मामले पर अब स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है. एक प्रदर्शनकारी ने मीडिया से बातीचीत के दौरान कहा, एक सीआईएसएफ जवान को इस तरह विदेशी घोषित कर देना दूर्भाग्यपूर्ण है. हमें इंसाफ चाहिए और सरकार से इस बारे में जवाब भी चाहिए.
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वहीं कामरूप के डिप्टी कमिश्नर कमल कुमार बैश्य ने पीटीआई को बताया कि हमें इस नोटिस के बारे में पता चला है और हम इस मामले को देखेंगे. बता दें डी-वोटर नोटिस उन लोगों को जारी किया जाता है जो अपनी नागरिकता के पक्ष में सबूत पेश नहीं कर पाते.