राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार के फैसले की आलोचना की है. उन्होंने इसे अविवेकपूर्ण फैसला करार दिया है. इसके साथ ही उन्होंने देश भर में उग्र प्रदर्शन कर रहे युवाओं से अपील की है कि वो शांति पूर्वक अपना विरोध दर्ज कराएं. अशोक गहलोत ने युवाओं से हिंसा का रास्ता न अपनाने की अपील की है. बता दें कि राजस्थान की राजधानी जयपुर में पिछले कुछ दिनों से बेरोजगार युवा प्रदर्शन कर रहे हैं. आज उन्होंने कांग्रेस दफ्तर को घेरने की भी कोशिश की थी. इस दौरान पुलिस को बलपूर्वक उन्हें हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा था.
देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है ये योजना
अशोक गहलोत ने ट्विटर पर अपनी बात सिलसिलेवार तरीके से रखी. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'सेना जैसे संवेदनशील संस्थान में संविदा भर्ती करना अविवेकपूर्ण फैसला है. सेना को अभी तक गैर-राजनीतिक एवं वित्तीय बंधनों से मुक्त रखा गया. एक तरफ तो यह तर्क दिया गया कि सेना में न्यू पेंशन स्कीम (NPS) को भी इसलिए ही लागू नहीं किया जिससे सैनिक भविष्य की चिंता किए बगैर अपना योगदान दे सकें. अग्निपथ योजना युवाओं के भविष्य एवं देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है.'
युवाओं में रोष और नाराजगी
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि राजस्थान के हजारों युवा देशसेवा के लिए सेना में भर्ती होते हैं. अग्निपथ योजना से राजस्थान समेत भारत के लाखों युवाओं में रोष एवं नाराजगी है. पूरे देश में जिस तरह युवा आक्रोशित होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उसे देखते हुए इस योजना को केन्द्र सरकार अविलंब वापस लेना चाहिए. मैं युवाओं से अपील करता हूं कि विरोध में हिंसा का रास्ता ना अपनाएं.
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देश के कई हिस्सों से हिंसक विरोध प्रदर्शन की घटनाएं
बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में देश के कई हिस्सों में युवा हिंसक विरोध प्रदर्शन करते नजर आए. बिहार में ट्रेन फूंकने की खबरें सामने आई, तो एमपी में भी रेलवे को काफी नुकसान पहुंचाया गया. इसके अलावा कई जगहों पर उनकी पुलिस से झड़प की भी खबरें सामने आई.
HIGHLIGHTS
- राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का बयान
- अग्निपथ योजना को बताया देश की सुरक्षा से खिलवाड़
- य़ुवाओं से हिंसा का रास्ता न अपनाने की अपील