Govt. इस वर्ष में विनिवेश के लक्ष्य को पूरा करना चाहती हैं: वित्त मंत्रालय

सीआईआई द्वारा आयोजित एक शिखर सम्मेलन में निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) के सचिव तुहिन कांता पांडे ने कहा कि सरकार हिंदुस्तान जिंक के लिए ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) पर काम कर रही है. तुहिन कांता पांडे ने संकेत दिया कि इस वित्त वर्ष में कुछ हिस्सेदारी कमजोर हो सकती है. वहीं आईडीबीआई बैंक और कॉनकोर की हिस्सेदारी की बिक्री में वक्त लगेगा और यह इस वर्ष पूरी नहीं हो सकती है.

author-image
IANS
New Update
Nirmala Sitharaman

(source : IANS)( Photo Credit : Twitter )

Advertisment

वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि केंद्र सरकार का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष के दौरान हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचजेडएल) से प्राप्त आय की पहली किश्त को पूरा करना है. इससे सरकार को चालू वित्त वर्ष में 65 हजार करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी.

सीआईआई द्वारा आयोजित एक शिखर सम्मेलन में निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) के सचिव तुहिन कांता पांडे ने कहा कि सरकार हिंदुस्तान जिंक के लिए ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) पर काम कर रही है. तुहिन कांता पांडे ने संकेत दिया कि इस वित्त वर्ष में कुछ हिस्सेदारी कमजोर हो सकती है. वहीं आईडीबीआई बैंक और कॉनकोर की हिस्सेदारी की बिक्री में वक्त लगेगा और यह इस वर्ष पूरी नहीं हो सकती है.

मौजूदा मार्केट कैप पर एचजेडएल में सरकार की हिस्सेदारी करीब 35,000 करोड़ रुपये है. हालांकि, हिस्सेदारी की बिक्री किश्तों में होगी, इसलिए केंद्र सरकार को अनुमानित प्राप्तियों का कुछ हिस्सा चालू वित्त वर्ष में ही मिलने की संभावना है. रिपोर्ट के अनुसार, निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएस) ने अब तक हिस्सेदारी बिक्री और लाभांश से 62 हजार करोड़ रुपये जुटाए हैं.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

finance-ministry union govt. disinvestment target
Advertisment
Advertisment
Advertisment