सोमवार को टोक्यो ओलंपिक से मेडल लेकर लौटे खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान खिलाड़ियों से मिलने व उनके साथ सेल्फी लेने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही. लेकिन अब इन खिलाड़ियों के स्वागत की तैयारी उनके शहर व प्रदेश के लोग भी कर रहे हैं. ओलंपिक विजेताओं के घरों व शहरों के लोग उनके घर आने पर स्वागत की भव्य तैयारी कर रहे हैं. इससे पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर ओलंपिक के गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा, रेसलर रवि दहिया और बजरंग पूनिया, बॉक्सर लवलिना बोरगोहेन के अलावा पुरुष और महिला हॉकी प्लेयर्स का सम्मान किया गया था.
खिलाड़ियों का उनके शहर में होगा स्वागत
टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने वाले सातो खिलाड़ियों के स्वागत की तैयारी जोरो-शोरों पर है. सोमवार को दिल्ली में स्वागत के बाद अब उनके शहरों में विजेताओं के स्वागत की तैयारी चल रही है. इस बार भारत ने टोक्यो ओलिंपिक में सात पदक जीते हैं और ओलंपिक खेलों में ये भारत का अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. ओलंपिक खेलों में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड (भालाफेंक), रवि दहिया ने सिल्वर (रेसलिंग), मीराबाई चानू ने सिल्वर (वेटलिफ्टिंग), पीवी सिंधू ने ब्रॉन्ज (बैडमिंटन), लवलीना बोरगोहेन ने ब्रॉन्ज (बॉक्सिंग), बजरंग पूनिया ने ब्रॉन्ज (रेसलिंग) और पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज पदक जीता है.
अपने गांव (खंडरा) पहुंचेंगे नीरज चोपड़ा
नीरज चोपड़ा की मां सरोज चोपड़ा और पिता सतीश चोपड़ा के साथ ही चाचा भीम चोपड़ा दिल्ली स्थित अशोका होटल में उनका स्वागत करने आये थे. उन्हीं के साथ अब नीरज अपने गांव कंडरा के लिए रवाना होंगे.
बजरंग पूनिया और दहिया भी पहुंचेंगे अपने शहर
बजरंग पूनिया ने दिल्ली एयरपोर्ट के बाहर जैसे ही कदम रखा उनके जयकारे लगाए जाने लगे. हजारों लोगों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया. उनके स्वागत के लिए खड़े लोगों ने उन्हें कंधे पर उठा लिया. इसके बाद बजरंग ओपन जीप में अपने कोच और पिता के साथ अशोका होटल के लिए निकले, जहां भारत सरकार ने खिलाड़ियों को सम्मानित किया. टोक्यो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर वापस भारत लौटे रवि दहिया के लिए भी लोगों का उत्साह दिखा.
हवाई अड्डे पर दहिया का स्वागत करने के लिए उनके प्रशंसकों के अलावा उनके परिवार के लोग भी पहुंचे थे. इस प्यार और सम्मान को देखकर दहिया भावुक हो गए. हर बार ये सवाल उठता रहा है कि भारत जैसी बड़ी आबादी खेलों में फिसड्डी क्यों साबित होती है, लेकिन इंडियन टीम ने टोक्यो में जो खेल दिखाया है उससे उम्मीद जगने लगी है कि भारत भी स्वर्णिम युग की ओर बढ़ रहा है. टोक्यो ओलंपिक हिंदुस्तान के इतिहास का सबसे सफल ओलंपिक बना है.
HIGHLIGHTS
- ओलंपिक से मेडल लेकर लौटे खिलाड़ियों का हुआ जोरदार स्वागत
- नीरज को ढूढ रही थी लोगों की निगाहें
- खिलाड़ियों को अशोका होटल में किया गया सम्मानित