गरीब और अनाथ बच्चों को खाना खिलाने वाले 'दादाजी' का निधन, बेसहारा लोगों का पेट भरने में खर्च कर देते थे सारी कमाई
हजारों गरीब और अनाथ बच्चों के दादा कहे जाने वाले नारायण रेड्डी अब इस दुनिया में नहीं रहे. सोशल मीडिया पर ''दादाजी की रसोई'' के नाम से मशहूर नारायण रेड्डी का निधन हो गया है.
सिक्के के दो पहलुओं की तरह ही धरती पर भी दो तरह के लोग होते हैं. जहां एक ओर आप कुछ पत्थरदिल लोगों के बारे में जानते होंगे तो वहीं दूसरी ओर आप ऐसे लोगों के बारे में भी जानते होंगे जिन्होंने इंसानियत की भलाई के लिए अपनी पूरी जिंदगी लगा दी. इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपनी सारी कमाई गरीब और अनाथ बच्चों को खाना खिलाने में खर्च कर दी. जी हां, हम बात कर रहे हैं नारायण रेड्डी की. लेकिन अफसोस, हजारों गरीब और अनाथ बच्चों के दादा कहे जाने वाले नारायण रेड्डी अब इस दुनिया में नहीं रहे. सोशल मीडिया पर ''दादाजी की रसोई'' के नाम से मशहूर नारायण रेड्डी का निधन हो गया है.
''दादाजी'' मूल रूप से तेलंगाना के रहने वाले थे. नारायण 'ग्रैंडपा किचन' नाम से एक यूट्यूब चैनल चलाते थे. वे यूट्यूब से होने वाली अपनी पूरी कमाई को बच्चों को खाना खिलाने में खर्च करते थे. ऐसे बहुत कम ही लोग हैं जो उनका असली नाम जानते हैं, ज्यादातर लोग उन्हें ''ग्रैंडपा किचन'' या फिर ''दादाजी की रसोई'' के नाम से ही जानते थे. 26 अगस्त 2017 को शुरू किए गए 'ग्रैंडपा किचन' यूट्यूब चैनल के 6.2 मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. 'ग्रैंडपा किचन' पर अपलोड की जाने वाली वीडियो आमतौर पर 12-15 मिनट लंबी होती थी. नारायण रेड्डी एक बार में कम से कम 100 लोगों का खाना बनाते थे.
नारायण रेड्डी कहते थे कि हमें एक बार में कम से कम 100 लोगों को खाना खिलाना चाहिए. केयरिंग और शेयरिंग के सिद्धांत पर विश्वास रखने वाले दादाजी बच्चों को चिकन, पिज्जा, नूडल्स, चॉकलेट केक, मटन, बिरयानी, झींगा, मछली, डोसा जैसे कई डिशेज खिला चुके थे. नारायण रेड्डी के निधन के बाद उनके किसी साथी ने उनके यूट्यूब चैनल पर उनके अंतिम संस्कार की भी वीडियो अपलोड की है. वीडियो में आप सकते हैं कि उनके चाहने वाले रोते-बिलखते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा आप वीडियो में ये भी देखेंगे कि उनके चाहने वालों ने ही उन्हें पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी. 30 अक्टूबर को अपलोड की गई इस वीडियो को 36,89,859 व्यूज मिल चुके हैं.