केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन अब अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है. पॉप सिंगर रिहाना, पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और पूर्व पॉर्न स्टार के ट्वीट के बाद दुनियाभर में किसान आंदोलन का मुद्दा छिड़ गया. जहां एक ओर विदेशी ताकतें भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने में जुटी थीं तो वहीं देश में भारत के समर्थन में करोड़ों लोग खड़े हो गए. क्रिकेट से लेकर बॉलीवुड के तमाम सितारों ने भारत के समर्थन में अपनी हाजिरी लगाई और विरोधी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया. इसी बीच ग्रेटा थनबर्ग की भारत के खिलाफ दुष्प्रचार की साजिश का पर्दाफाश हो गया. दरअसल, ग्रेटा ने अपने ट्वीट में गलती से एक टूलकिट भी शेयर कर दिया था. इस टूलकिट में किसान आंदोलन को समर्थन देने से लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और भारत को दुनियाभर में बदनाम करने का खाका तैयार किया गया था.
ग्रेटा द्वारा शेयर की गई इस टूलकिट की सच्चाई सामने आई तो उन्होंने इसे डिलीट कर दिया और फिर एक नया टूलकिट शेयर किया. नए टूलकिट में उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के नाम हटा दिए गए हैं. जबकि पहले वाले टूलकिट में सीधे-सीधे नाम लेकर आंदोलन तेज करने के निर्देश दिए गए थे. भारत के खिलाफ साजिश के तहत किसान आंदोलन से जुड़े प्रदर्शनकारियों को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार, उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी, भारतीय दूतावास, मीडिया हाउस, स्थानीय सरकारी कार्यालयों को निशाना बनाने के निर्देश दिए गए थे.
इतना ही नहीं, भारत को बदनाम करने की साजिश के तहत विरोधी ताकतों ने कुछ हैशटैग भी डिसाइड किए गए थे, जिनमें #AskIndiaWhy, #StandWithFarmers, #ShineOnIndiaFarmers, #FarmersProtest प्रमुख हैं. पिछले टूलकिट में साजिशकर्ताओं ने बकायदा इन हैशटैग को ट्रेंड में लाने के लिए समय भी निर्धारित किया था. हालांकि, नए टूलकिट में समय को हटा दिया गया है. साजिशकर्ताओं ने इसे Tweet Storm का नाम दिया था, जिसका इस्तेमाल 23 और 26 जनवरी को किया गया. नए टूलकिट में भारत के खिलाफ और भी जहर उगला गया है. इसमें बताया गया है कि भारत में लंबे समय से मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है.
HIGHLIGHTS
- इंटरनेशनल मुद्दा बन चुका है किसान आंदोलन
- नए टूलकिट में मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के नाम हटाए
- ग्रेटा थनबर्ग दुनियाभर में एक्सपोज
Source : News Nation Bureau