जीएसटी लागू होने के बाद छोटे और मझोले कारोबारियों में इसको लेकर नाराज़गी और असंतोष हो रहा था। खासकर गुजरात के कपड़ा और खाद्य पदार्थों का कारोबार करने वाले व्यापारियों में केंद्र सरकार के प्रति नाराज़गी थी। सरकार ने दो खाद्य पदार्थों से भी जीएसटी घटाई है जिनमें खाखरा भी शामिल है।
राज्य में चुनाव हैं और वहां पर बीजेपी पिछले 20 साल से भी अधिक समय से सत्ता में है और प्रधानमंत्री मोदी की साख भी दांव पर लगी है। पार्टी को इस बात का व्यापारी वर्ग की नाराज़गी चुनावों में बीजेपी की जीत पर असर डाल सकती है।
शुक्रवार को हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक पर कारोबारियों के साथ-साथ आर्थिक जगत से जुड़े तमाम लोगों की नजरें थीं। लोगों को पहले से ही ये उम्मीद थी कि बैठक में व्यापारियों को राहत देगी। सरकार ने 27 वस्तुओं पर जीएसटी दर घटा दी है।
जिन 27 वस्तुओं पर जीएसटी घटाई गई है उनमें से 8 ऐसी वस्तुएं हैं जो गुजरात के व्यापारियों को राहत पहुंचाने वाली हैं। अब इन 8 वस्तुओं में से दो खाने के आइटम हैं जिन पर छूट दी गई है।
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जिन पर से जीएसटी घटाई है उनमें मानव निर्मित सिलाई का धागा, दूसरे धागे, सिंथेटिक रेशे (नायलॉन, पॉलिएस्टर), कृत्रिम रेशे विस्कॉस, रेयॉन इन पर लगी जीएसटी 12 फीसदी से 5 फीसदी कर दी गई है।
केंद्र सरकार ने खाखरा और दूसरी नमकीन से भी जीएसटी 12 फीसदी से 5 फीसदी कर दी गई है।
सरकार ने शीशे के टुकड़े और दूसरे स्क्रैप से टैरिफ कम कर दिया गया है। ये एक ऐसा सिगमेंट है जिसका गुजरात के मोरबी और वड़ोदरा में काफी कारोबार होता है।
जीएसटी की दर घटाने से निर्यातकों को काफी राहत मिली है। इस कटौती से गुजरात के व्यापारियों को काफी राहत मिलेगी। राज्य में देश की 12 फीसदी टेक्सटाइल इंडस्ट्री है। इसके अलावा जूलरी का एक्सपोर्ट भी होता है। भारत से होने वाले हीरे के कुल निर्यात का 90 फीसदी निर्यात गुजरात से होता है।
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Source : News Nation Bureau